नई दिल्ली: रोहिणी स्थित जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 21 मरीजों की मौत हो गई. मरीजों की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन की ओर से समय रहते जानकारी नहीं दी गई.
रोहिणी स्थित जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी के कारण करीब 21 मरीजों की जान चली गई. घटना के बाद से ही परिवार वालो का रोकर बुरा हाल बना हुआ है. दूसरी ओर मृतकों के परिजन अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप भी लगा रहे हैं. परिजनों का कहना है अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही का ही परिणाम है, जो इतनी बड़ी संख्या में लोगों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई. लोगों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीज के परिजनों को समय रहते जानकारी नहीं दी गई. समय रहते जानकारी दी जाती, तो शायद यह स्थिति नहीं होती. कई लोगों ने इस मामले में अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है.
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बहरहाल, अस्पताल प्रशासन की ओर से डॉ. डीके बलूजा की ओर से जानकारी दी गई है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से 21 मरीजों की मौत हो गई. अभी भी 200 से ज्यादा कोविड मरीज भर्ती हैं. अस्पताल में केवल 30 मिनट की ऑक्सीजन बची है. मुख्यमंत्री से मदद की अपील की है.