नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जहां एक तरफ दूसरे राज्यों में अपनी मुफ्त पानी-बिजली के स्कीम की बात कर वहां की जनता को लुभाने की कोशिश में लगे हैं, वहीं दिल्ली के लोग इसकी हकीकत कुछ और बयां कर रहे हैं.
तस्वीरें, पश्चिमी तिलक विहार इलाके की हैं, जहां काफी संख्या में 84 के दंगा पीड़ित रहते हैं. इनमें से कइयों की माली हालत काफी खराब है. घर में कोई कमाने वाला नहीं है, तो कई जैसे-तैसे अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं. इनमें से कई लोगों को लाखों रुपए का बिजली का बिल भेजा गया है, जिसकी वजह से ये बहुत परेशान हैं. इन लोगों को 5 से 7 लाख रुपए का बिजली का बिल भेजा गया है, जबकि 2017 में केजरीवाल ने इन दंगा पीड़ितों को 400 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने का वादा किया था.
इनका कहना है जब हमारी बिजली मुफ्त है तो उसका बिल नहीं आना चाहिए. दूसरा उनके घरों में एसी-कूलर और फ्रीज कुछ भी नहीं है, ना ही वे बिजली की ज्यादा खपत करते हैं, तो इतना बिल कैसे आ सकता है.
बिल तो बिल, उसके बाद उन्हें नोटिस भी भेज दिया गया है. उन्होंने केजरीवाल के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वोट मांगने के समय तो मुफ्त बिजली की बात कही और अब बिल व नोटिस भेजा जा रहा है. पहले के सरकार के समय तो उनके घरों में मीटर भी नहीं लगा था, लेकिन केजरीवाल ने पहले तो उनके घरों में मीटर लगवाए और फिर बिल भेजा.
ये भी पढ़ें : दिल्ली में बिजली सब्सिडी के लिए करना होगा अप्लाई, मुख्यमंत्री ने जारी किया मोबाइल नंबर
इस इलाके में रह रहे लोगों में से किसी का बिल 1 लाख 40 हजार रुपए, किसी का 1 लाख 85 हजार, किसी का 3 लाख तो किसी का 7 लाख रुपए है. इतने रकम का बिल देख कर इन लोगों की नींद उड़ गई हैं, ऊपर से नोटिस की वजह से ये अलग परेशान हैं. इनका कहना है कि वे बड़ी मुश्किल से दो वक्त की रोटी का जुगाड़ कर पाते हैं तो इतना बिल कैसे भर पाएंगे? लोगों की मांग है कि उनकी बिजली फ्री होना चाहिए. उनकी हालात को देखते हुए सरकार को इनके बिल को माफ करना चाहिए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप