नई दिल्लीः दिल्ली में MCD चुनाव काे लेकर सभी दल तैयारी कर (Preparation for MCD elections in Delhi) रहे हैं. इस बार चुनाव काफी दिलचस्प हाेने जा रहा है, वजह राेटेशन पॉलिसी के तहत चुनाव हाेगा. ऐसा माना जा रहा है कि आज चुनाव आयोग रोटेशन पॉलिसी की घोषणा कर सकता है. दरअसल पिछले दिनों चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक (Delhi Election Commission meeting) कर कहा था कि गणतंत्र दिवस से पहले रोटेशन पॉलिसी की घोषणा कर दी जाएगी.
रोटेशन पॉलिसी (Rotation Policy in Delhi MCD Elections) के तहत दिल्ली के आरक्षित सीटें बदल जाएगी. ऐसे में निगम चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले पार्षद के अलावा उन नेताओं की भी नजर चुनाव आयोग पर है जो इस बार चुनाव लड़ना चाहते हैं और उनकी नजर सुरक्षित सीट पर है. सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग आरक्षण के लिए वही फॉर्मूला अपना रहा है जो 2017 चुनाव से पहले अपनाया था.
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ऐसे में माना जा रहा है कि इस फॉर्मूले के तहत अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों में महिला सीट, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट जनरल हो जाएगी. इसके साथ ही महिला सीट जनरल हो जाएगी. चुनाव आयोग के रोटेशन पॉलिसी से पूर्वी दिल्ली नगर निगम में पांच सालों तक उच्च पदों पर रहने वाले नेताओं का टिकट भी खतरे में पड़ सकता है.
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रघुबरपुरा वार्ड से पार्षद व मौजूदा मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल, शहादरा वार्ड से पार्षद व पूर्व मेयर निर्मल जैन, पटपड़गंज वार्ड पार्षद पूर्व में बिपिन बिहारी सिंह, स्थायी समिति अध्यक्ष बीर सिंह पवार, कृष्णा नगर वार्ड से पार्षद व पूर्व स्थाई समिति अध्यक्ष संदीप कपूर, करावल नगर वेस्ट से पार्षद व नेता सदन सतपाल सिंह, विवेक विहार वार्ड से पार्षद व पूर्व डिप्टी मेयर संजय गोयल, राम नगर वार्ड पार्षद शाहदरा नॉर्थ जोन चेयरमैन प्रवेश शर्मा की सीट महिला होने पर मुश्किलें बढ़ सकती है.
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