नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने निर्माण से जुड़ी सी एंड डी मलबे को डालने के लिए अधिसूचित 60 स्थलों को अब सिर्फ 17 स्थानों तक ही सीमित कर दिया है.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम अपने क्षेत्र में वायु प्रदूषण के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर जुटा है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने अपने क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं. अब तक निर्माण कार्य से निकलने वाले मलबे को डालने के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अलग-अलग क्षेत्र में 60 स्थलों को चिन्हित किया गया था, लेकिन वायु प्रदूषण को देखते हुए इसे कम कर 17 स्थानों तक सीमित कर दिया गया है.
मेयर ने बताया कि बायो- मास बर्निंग, सी एंड डी कचरे के अनधिकृत डंपिंग, प्रदूषण कारी उद्योग आदि की निगरानी के लिए विशेष निरीक्षण दल तैनात किए गए हैं. इन टीमों को पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र में 24 घंटे तैनात किया गया है, ताकि वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को नियंत्रित किया जा सके. इसके अलावा आनंद विहार और विवेक विहार के हॉटस्पॉट क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. यहां पानी का छिड़काव किया जा रहा हैं. मैकेनिकल स्वीपर मशीन की रोड पर तैनाती के माध्यम से वायु प्रदूषण को कम करने का प्रयास जारी है .
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इसके अलावा निगम अपने क्षेत्र में साफ सफाई के लिए पर्यावरण सहायकों की तैनाती को उनके विवरण के साथ सूचीबद्ध कर ईडीएमसी पोर्टल पर अपलोड किया गया है, जिसे निगम की वेबसाइट पर देखा जा सकता है. निगमायुक्त विकास आनंद ने वरिष्ठ अधिकारियों को आदेश दिया है कि क्षेत्र में वायु प्रदूषण फैलाने वाले कारकों पर कड़ी निगरानी रखी जाए और वायु प्रदूषण फैलाने वाले लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए.
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