नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है. बीते सालों में छात्रों का रुझान आर्ट्स स्ट्रीम की ओर अधिक बढ़ा है. इसका असर का कटऑफ में भी देखने को मिलता है. इस संबंध में ईटीवी भारत ने डीयू से संबद्ध रामानुजन कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसपी अग्रवाल से बात की. उन्होंने कहा कि बीते पांच वर्षों से छात्रों का रुझान आर्ट्स स्ट्रीम में बढ़ा है.
डॉ. एसपी अग्रवाल ने कहा कि शुरुआत साइंस के कोर्स के साथ हुई थी. इसके बाद छात्रों का रुझान कॉमर्स विषय की ओर बढ़ने लगा, लेकिन अब आर्ट्स स्ट्रीम में अधिक छात्र एडमिशन के लिए आ रहे हैं. आर्ट्स स्ट्रीम में बढ़ रहे छात्रों के रुझान को लेकर, उन्होंने कहा कि सिविल सर्विस सहित अन्य विभाग में करियर बनाने वाले छात्र आर्ट्स स्ट्रीम को चुनते हैं.
डॉ. एसपी अग्रवाल ने कहा कि आर्ट्स में बढ़ते छात्रों के रुझान के कारण पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री, साइकोलॉजी आदि विषयों की कटऑफ अधिक हो रही है. आर्ट्स स्ट्रीम में बढ़ती छात्रों की मांग की वजह से कई कॉलेज पॉलिटिकल साइंस, साइकोलॉजी, हिस्ट्री सहित कई विषयों 100 फ़ीसदी तक कटऑफ निकाल रहे हैं, जो छात्र ड्रामा, सिविल सर्विस, सोशल वर्क आदि में जाना चाहते हैं. वह आर्ट्स स्ट्रीम में एडमिशन ले रहे हैं. आर्ट्स में जॉब के अवसर भी अधिक रहते हैं.
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डॉ. एसपी अग्रवाल ने कहा कि इस वर्ष भी कटऑफ अधिक रहेगी. गत वर्ष लेडी श्री राम कॉलेज में अप्लाइड साइकोलॉजी, पॉलिटिकल साइंस, इकोनॉमिक्स की कटऑफ 100 फ़ीसदी निर्धारित की गई थी. मौजूदा समय में आईआईटी, IIM जैसे इंस्टीट्यूट में आर्ट्स विषय छात्रों को पढ़ाया जा रहा है. इन संस्थानों में ऐसे शिक्षकों की जरूरत है, जो इन विषयों को पढ़ा सकें.
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