नई दिल्ली : वसंत पंचमी के दिन देशभर में मां सरस्वती की पूजा की गई. मां सरस्वती से लोगों ने अच्छी शिक्षा की कामना की. पूर्वी दिल्ली के ब्लाइंड आश्रम में भी सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया. इसमें आश्रम में मौजूद दर्जनों दिव्यांगों ने मां से शिक्षा की कामना की साथ ही दुनिया को कोरोना से मुक्ति और भारत की उन्नति की कामना की.
नेशनल ब्लाइंड यूथ एसोसिएशन की तरफ से आयोजित इस पूजा समारोह में आंख नहीं होने के बावजूद पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन भी किया. दिव्यांगजन सरस्वती मां की भक्ति में लीन नज़र आए.
इस मौके पर दृष्टिहीन दिव्यांगों ने कहा कि शिक्षा ही अब उनकी आंख है. हम लोग पढ़ने की कोशिश में लगे रहते हैं. बहुत से ऐसे लोग हैं जो आंख न होने के बावजूद बड़े-बड़े ओहदे तक पहुंचे हैं, लेकिन इनकी तादाद बहुत कम है. ब्लाइंड लोगों को उचित संसाधन नहीं मिल पता है.
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ग़रीब परिवारों से आने वाले ब्लाइंड लोगों का और भी बुरा हाल है. जिन्हें नौकरी मिल जाती है उनका तो जीवन गुज़र-बसर हो जाता है, लेकिन जिन्हें नौकरी नहीं मिल पाती उनका जीवन चलाना भी मुश्किल होता है. लोग आश्रम में रहने या भीख मांगने तक को मजबूर रहते हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए की ऐसे लोगों के लिए पेंशन की व्यवस्था करे ताकि उनका भी जीवन यापन हो सके.