नई दिल्ली: देश इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है. जहां एक ओर देश को लॉकडाउन किया जा चुका है. वहीं दूसरी ओर इससे व्यापारी वर्ग खासा नुकसान उठा रहे हैं. वहीं त्योहारों और शादी सीजन के बीच बंद हुई सोने की दुकान के चलते व्यापारियों को खासा नुकसान हुआ है. उनका कहना है कि भले ही वैश्विक स्तर पर सोने के भाव में उछाल आ रहा हो, लेकिन अभी उन्हें दुकानदारी होने की खास आसार दिखाई नहीं देता.
वहीं उनका यह भी कहना है कि सरकार ने अपनी स्कीम में व्यापारी वर्ग के लिए कोई रियायत नहीं दी है. ऐसे में उनकी मांग है कि सरकार इन व्यापारियों के बारे में भी सोचे और ज्यादा कुछ नहीं तो कम से दुकान पर काम करने वाले लोगों का बीमा ही करा दें.
लॉकडाउन से व्यापार में हुआ भारी नुकसान
लॉकडाउन के दौरान दुकान बंद हो जाने से सर्राफा व्यापारी कैसे अपना गुजारा कर रहे हैं. इस संबंध में दक्षिणी दिल्ली के खानपुर में प्रभु दयाल ज्वेलर्स के सराफा व्यापारी कमल सोनी ने कहा कि लॉकडाउन के चलते उनकी दुकान बंद हो जाने से व्यापार पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जो भी कर्मचारी उनके यहां काम करते थे, उन्हें भी तनख्वाह देनी पड़ रही है, अपने घर का भी खर्च चलाना पड़ रहा है. ऐसे में अभी तक तो काम चल गया है, लेकिन आगे परेशानी आती दिखाई दे रही है.
'शादी सीजन में दुकानें बंद होने से हुआ बहुत नुकसान'
वहीं उन्होंने कहा कि त्योहारों के अवसर पर सबसे ज्यादा कमाई होती है, लेकिन इस बार वह भी नहीं हो पाई. शादी का सीजन चल रहा है. ऐसे में बहुत से खरीदार आते हैं और यही वह समय होता है, जब सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने को मिलता है. लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते न शादी हुई और ना ही कोई खरीदारी, जिससे उन्हें खासा नुकसान हुआ. इसके अलावा अक्षय तृतीया जैसे त्यौहार भी इसी लॉकडाउन में ही आए जब लोग सोना खरीदना शुभ मानते हैं और सोना जरूर खरीदते हैं, लेकिन इस बार दुकान बंद होने से सोने की बिक्री नहीं हुई.
'वैश्विक बाजार में सोने में उछाल, व्यापारियों में लिए फायदेमंद नहीं'
उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजार में भले ही सोने के भाव में उछाल हो, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. जिस तरह के अभी हालात है, ऐसे में बहुत सारे लोगों का रोजगार छिन गया है और इस समय उनकी प्राथमिकता अपनी जान बचाना है. जैसे तैसे सब दो वक्त की रोटी कमाने की व्यवस्था में लगे हैं. ऐसे में सोने की खरीदारी तो अभी दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती. उन्होंने कहा कि अगर अब सोने की दुकान खोल भी दी जाए तो भी इतनी जल्दी ग्राहकों के आने की संभावना बहुत ही कम है.
'काम शुरू होने पर रखनी होगी पूरी सावधानी'
वहीं उन्होंने कहा कि दुकानें खुलने पर जब कर्मचारी काम करने के लिए आएंगे तो कितनी भी साफ सफाई का ध्यान रखा जाए, लेकिन यह सुनिश्चित करना बहुत मुश्किल होगा कि जो ग्राहक आ रहे हैं. जो कर्मचारी काम करें सरकार काम करने आ रहे हैं, वो कोरोना संक्रमित तो नहीं हैं. इसलिए उनकी सरकार से मांग है कि वहां काम करने वाले लोगों का जीवन बीमा करा देना चाहिए, जिससे वह भी अपने परिवार की ओर से निश्चित होकर अपना काम कर सकें.