नई दिल्ली : दिल्लीवासियों को कोरोना वैश्विक महामारी से अभी निजात भी नहीं मिल पाई थी कि अब उन्हें डेंगू जैसी महामारी से सामना कर पड़ रहा है. एमसीडी की तरफ से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बीते एक हफ्ते में डेंगू के 314 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद दिल्ली में डेंगू के मामलों की संख्या 1572 हो गई है, जो 2018 के बाद सबसे ज्यादा है. वहीं, बीते एक हफ्ते में दिल्ली के बाहर से आए डेंगू के मरीजों की संख्या 194 है. दिल्ली में डेंगू का इलाज कराने आने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 758 हो गई है.
सितंबर के बाद अक्टूबर में बड़ी संख्या में डेंगू के मामले आ रहे हैं. इससे हालात चिंताजनक बने हुए हैं. सरकार और प्रशासन की तरफ से डेंगू को लेकर अस्पतालों को विशेष निर्देश दिए हैं. डेंगू मरीजों के लिए बेड भी रिजर्व कर दिए गए हैं.
एमसीडी की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में मलेरिया की 29 नए मामले बीते एक हफ्ते में सामने आए. साथ ही दिल्ली में मलेरिया के कुल मामलों की संख्या 182 हो गई है, जो 2020 के बाद सामने आए मलेरिया के मामलों में सबसे ज्यादा है. राहत की बात है कि दिल्ली में मच्छर जनित बीमारी चिकनगुनिया के नए मामलों पर लगाम लगी है. बीते एक हफ्ते में महज 4 मामले ही सामने आए हैं. इसके बाद इस साल चिकनगुनिया के अब तक 32 मामले सामने आ चुके हैं, जो पिछले कुछ सालों के मुकाबले आधे से भी कम है.
मच्छर जनित बीमारियों के मद्देनजर 12 अक्टूबर 2022 तक जो डाटा एमसीडी की तरफ से साझा किया गया है. उसके अनुसार बीते हफ्ते में दिल्ली में 12 अलग-अलग जोन में बंटी एमसीडी के हर जोन में डेंगू के मामले दर्जनों की संख्या में आ रहे हैं. जो चिंताजनक विषय है. हैरानी की बात है कि इस बार दिल्ली के पॉश इलाकों और सेंट्रल जोन जैसे क्षेत्रों में डेंगू के मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं.
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एमसीडी की तरफ से मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लगाने को लेकर दवाइयों के छिड़काव के साथ जागरुकता अभियान को भी बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है. दिल्ली में बड़े नालों की सफाई अभी भी बेहतर तरीके से नहीं हो पाई है. इसको लेकर हालात अभी भी चिंताजनक बने हुए हैं. बीते साल दिल्ली में डेंगू के रिकॉर्ड तोड़ 9613 मामले सामने आए थे और 23 लोगों की मृत्यु हो गई थी.
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वहीं, इस वर्ष पिछले साल की पुनरावृत्ति न हो इसको देखते हुए एमसीडी की तरफ से सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. एमसीडी की तरफ से 16,26,636 घरों में लार्वा पाया जाने के बाद दवाइयों का छिड़काव किया गया है. साथ ही 1,03,064 संपत्ति के मालिकों को लार्वा पाए जाने के मद्देनजर नोटिस भी भेजे गए हैं. एमसीडी द्वारा लार्वा पाए जाने पर बड़ी संख्या में चालान भी किए जा रहे हैं. एमसीडी के द्वारा इस साल अब तक कुल 40,58,502 रुपये की राशि चालान के भुगतान के रूप में प्राप्त की गई है.