नई दिल्लीः राजधानी में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए पुलिस कमिश्नर ने शनिवार को 10 हजार पुलिसकर्मियों की बैठक ली. इसमें उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर पुलिसकर्मियों को कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहिए. दिल्लीवासियों में सुरक्षा की भावना और अपराधियों में पुलिस का खौफ होना चाहिए. सुरक्षा के लिए उन्हें छोटे दुकानदार, ऑटो चालक, रिक्शा चालक, स्ट्रीट वेंडर आदि से मदद लेनी चाहिए. ये दिल्ली पुलिस के आंख और कान हैं, जो आतंकी गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
जानकारी के अनुसार, कमिश्नर राकेश अस्थाना ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली पुलिस के 10 हजार से ज्यादा जवानों से संवाद किया. उन्होंने पुलिसकर्मियों को बताया कि किस तरीके की उनकी प्राथमिकता है. आने वाले समय में पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए, वह किस तरह के कदम उठाएंगे. उन्होंने घोषणा की कि समस्याओं को लेकर कोई भी पुलिसकर्मी शुक्रवार को, उनसे मिल सकता है. प्रत्येक शुक्रवार को, वह पुलिसकर्मियों के लिए ओपन हाउस आयोजित करेंगे. उन्होंने सभी धर्मों के नेताओं के साथ मिलकर शांतिप्रिय माहौल बनाने के निर्देश पुलिसकर्मियों को दिए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी अपराधी का कोई धर्म नहीं होता, इसलिए उनके खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए.
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कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि दिल्ली पुलिस का बेहद शानदार इतिहास है. कानून व्यवस्था बनाने से लेकर वीआईपी लोगों की सुरक्षा और क्राइम की इन्वेस्टिगेशन के लिए दिल्ली पुलिस की उन्होंने सराहना की. उन्होंने कहा कि किसी पुलिसकर्मी को समस्या ना हो, इस बात का ध्यान रखना, उनके वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी है. उन्हें बेवजह परेशान ना किया जाए. उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि वह कानून व्यवस्था बनाकर रखें और अपराधियों की धरपकड़ पर ध्यान रखें. जांच को लेकर कहा कि एसएचओ इंस्पेक्टर और जांच अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि साक्ष्य जुटाते समय साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन करें. अदालत में साक्ष्य को महत्वपूर्ण माना जाता है. इसकी शुरुआत से, अगर महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए जाएंगे तो अपराधी को सजा दिलाना आसान होगा.
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दिल्ली पुलिस में टेक्नोलॉजी को लेकर चल रहे काम कि उन्होंने प्रशंसा की. खासतौर से ही ई-बीट बुक के इस्तेमाल को सराहा. उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि संगठित तौर पर होने वाले अपराध जैसे जबरन उगाही, ड्रग्स, शराब, जुआ और मानव तस्करी को लेकर गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है. पुलिसकर्मियों के काम को तब संतोषजनक माना जायेगा, जब लोग संतुष्ट होंगे. लोगों से सौम्य व्यवहार के साथ मिले और उनकी परेशानियों को सुनें.
ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को भी, उन्होंने अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए, ताकि सड़क पर लोगों को जाम का सामना ना करना पड़े. उन्होंने कहा कि जो पुलिसकर्मी बेहतर काम करेंगे, उन्हें समय-समय पर सम्मानित किया जाएगा. पोस्टिंग और ट्रांसफर में भी पूरी निष्पक्षता बरतने की बात कही. इसके लिए अलग-अलग थानों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए एक टीम गठित की है.
पुलिस कमिश्नर ने संदेश दिया कि उनकी जिम्मेदारी दिल्ली को सुरक्षा देना है. वह गर्व से सर ऊंचा कर ड्यूटी करें. उन्होंने कहा कि वह इस फोर्स को ना केवल लीड करेंगे, बल्कि पुलिसकर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे.