नई दिल्ली: कोटला मुबारकपुर थाना पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो अपने आप को आईपीएस अधिकारी बताकर महिलाओं को परेशान किया करता था. आरोपी महिलाओं को अश्लील वीडियो भेजने के साथ-साथ गंदे मैसेज और आपत्तिजनक सामग्री भी भेजा करता था. पुलिस ने आरोपी की पहचान गौरीशंकर उम्र करीब 38 साल के तौर पर की है
पुलिस का कहना है कि आरोपी गौरीशंकर मूलरूप से यूपी के कुशीनगर का रहने वाला है. वह इन दिनों गुरूग्राम में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था. जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया तो उसके पास से दो मोबाइल फोन, चार सिम कार्ड जब्त किए गए हैं, जो फर्जी प्रमाण पत्र के जरिये लिए गए हैं.
शिकायत पर पुलिस ने लिया एक्शन
बता दें कि आरोपी को एक महिला की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है. दरअसल आरोपी महिला को पिछले 1 महीने से परेशान कर रहा था. बीते 25 नवंबर को इसकी शिकायत पीड़िता ने दक्षिणी दिल्ली के कोटला मुबारकपुर थाने में दर्ज करवाई थी.
दक्षिणी जिला पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि कोटला मुबारकपुर थाना में पीड़िता ने परेशान करने की शिकायत दर्ज करवाई थी. शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. पीड़िता का आरोप है कि उसे वीडियो कॉल कर परेशान कर रहा था.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की एक टीम गठित की गई. टीम ने आरोपी के बारे में जानकारी जुटाई. जिसके आधार पर उसकी लोकेशन गुरुग्राम सेक्टर 22 पता चली और पुलिस आरोपी के ठिकाने तक पहुंच गई जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस की छानबीन में पता चली कई बातें
डीसीपी ने बताया कि छानबीन में पता चला कि कुशीनगर में आरोपी एक मोबाइल की दुकान चलाया करता था, लेकिन एक हादसे की वजह से उसे दुकान बंद करनी पड़ी. जिसके बाद वह सऊदी अरब में नौकरी के लिए जाना चाहता था लेकिन मेडिकल टेस्ट ठीक नहीं हुए. पिछले छह-सात महीने पहले वह दिल्ली आ गया, यहां उसने एक सुरक्षा गार्ड की कंपनी में नौकरी करने लगा और गुरुग्राम में रहने लगा.
फर्जी आईपीएस अधिकारी के पहचान पत्र की मदद से कई महिलाओं से दोस्ती कर ली. शुरुआत में दोस्ती करने के लिए वह अपने आप को यूपी का एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बताता था और उन्हें सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देता था.
बाद में अश्लील वीडियो, गंदे संदेश, आपत्तिजनक सामग्री भेजने लगा. आरोपी 10वीं फेल है और साल 2010 में उसकी शादी हो गई थी. उसके परिवार में उसकी पत्नी और उसके दो बच्चे भी हैं. फिलहाल पुलिस आगे कार्रवाई में जुटी हुई है. साथ ही यह भी पता चला है कि आरोपी के ऊपर साल 2010 में एक मुकदमा भी दर्ज हैं.