नई दिल्ली: लूट के मामले में अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित किये जा चुके दो बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी घासीराम उर्फ सन्नी सफदरजंग एंक्लेव इलाके का रहने वाला है. वहीं गजेंद्र ज्वालापुरी कैंप का रहने वाला है. वर्ष 2008 में सरोजिनी नगर थाने में दर्ज लूट एवं 2018 में मोती नगर थाने में दर्ज लूट के मामले में अदालत ने दोनों को भगोड़ा घोषित कर रखा था.
डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार, फरार चल रहे बदमाशों की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम काम कर रही थी. इस दौरान उन्हें पता चला कि सन्नी उर्फ घासी और गजेंद्र दीपक उर्फ बिहारी को अदालत ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. यह भी पता चला कि सफदरजंग एंक्लेव इलाके में सनी छिपकर रह रहा है. वहीं गजेंद्र ज्वालापुर इलाके में रह रहा है. इस जानकारी पर एसीपी उमेश भरतवाल की देखरेख में इंस्पेक्टर शिवराज बिष्ट की टीम ने उनके बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया. पुलिस टीम ने बीते 13 जनवरी को एक गुप्त सूचना पर घासीराम को सफदरजंग एनक्लेव से गिरफ्तार किया. इसके बाद गजेंद्र को द्वारका मोड़ मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया.
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पूछताछ के दौरान गजेंद्र ने पुलिस को बताया कि अपराध करने के बाद वह दिल्ली छोड़कर चला गया था क्योंकि यहां पर दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया था. बिहार के मोतिहारी स्थित अपने गांव से वह जून 2021 में वापस दिल्ली आया और पश्चिम विहार इलाके में रहने लगा. गजेंद्र के खिलाफ चोरी और लूटपाट के 6 मामले दर्ज हैं. दूसरे आरोपी सनी ने पूछताछ के दौरान बताया कि भगोड़ा घोषित होने के बाद वह सरोजिनी नगर छोड़कर सफदरजंग एरिया में रहने लगा था. वह पलवल स्थित अपने गांव से लगभग 1 साल बाद दिल्ली वापस लौटा था. यहां आकर वह दिहाड़ी मजदूरी करने लगा था ताकि उसे कोई पहचान ना सके.घासीराम उर्फ सनी के खिलाफ चोरी और लूटपाट के 43 मामले दर्ज हैं.
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