नई दिल्लीः राजधानी में लगातार बढ़ते कोरोना और ओमीक्रोन के मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला (delhi night curfew omicron case update) किया है. यह नाइट कर्फ्यू रात 11 से सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा. इस दौरान किसी तरह की गतिविधि और बाहर लिकलने पर पाबंदी रहेगी. दिल्ली में सोमवार को नाइट कर्फ्यू का पहला दिन था. कैसा रहा पहला दिन, पुलिस नाइट कर्फ्यू को लेकर कितनी रही सजग और सड़के रही सुनसान या दिखी चहल-पहल. आइये जानते हैं.
मोती बाग स्थित रिंग रोड पर राज करीब 11.30 बजे नाइट कर्फ्यू (Omicron Variant Delhi Night Curfew ) लगने के बाद भी काफी गाड़ियां सड़क पर दौड़ती हुई दिखाई दीं. वहीं, (delhi aware to people about night curfew) अधिकांश लोगों को नाइट कर्फ्यू के बारे में जानकारी ना होने के चलते भी काफी मात्रा में आमजन तय समय सीमा के बाद भी बाहर दिखाई दिए. साथ ही नाइट कर्फ्यू की पहली रात होने के मद्देनजर दिल्ली पुलिस की तरफ से भी खास सख्ती नहीं बरती गई. वहीं, कर्फ्यू के चलते बड़ी संख्या में दफ्तरों ने भी कर्मचारियों को कम संख्या में बुलाना शुरू कर दिया है.
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वहीं, दक्षिण पूर्वी जिले के तुगलकाबाद स्थित बदरपुर मेहरौली सड़क पर नाइट कर्फ्यू का असर देखने को मिला, जिसके चलते 11:30 बजे बाद सड़क पर इक्का-दुक्का गाड़ियों की आवाजाही ही देखने को मिली. वहीं, पुलिस भी बैरिकेडिंग लगाकर मुस्तैदी के साथ खड़ी रही. साथ ही इलाके में दुकान सहित अन्य जगहों पर नाइट कर्फ्यू के समय से पूर्व ही ताले मार दिए गए.
ऐसा ही मंजर उत्तरी दिल्ली में भी दिखा. यहां पर नाइट कर्फ्यू लगने से पूर्व ही सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा. पुलिस इलाके में घूमकर कर्फ्यू के नियमों का जायजा ले रही थी. नाइट कर्फ्यू की पहली रात होने के कारण पुलिस ने ज्यादा कड़ा एक्शन नहीं लिया. उत्तरी दिल्ली में कोरोना के प्रकोप को रोकने के मद्देनजर आमजन सरकार द्वारा जारी नाइट कर्फ्यू नियमों का पालन करते दिखे.
डीडीएमए के अगले आदेश तक जारी रहने वाले इस नाइट कर्फ्यू में आवश्यक सेवाओं (delhi night curfew first night) सहित कुछ लोगों को छूट दी गई है. इनमें मरीजों और गर्भवती महिलाओं, आवश्यक वस्तुओं को खरीदने वाले लोग और रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और हवाई अड्डों से आने-जाने वाले लोगों को छूट मिलेगी. साथ ही आपातकालीन सेवाओं में शामिल सरकारी अधिकारी, न्यायाधीश और न्यायिक अधिकारी, चिकित्साकर्मी और मीडियाकर्मी भी छूट पाने वाले लोगों की (delhi night curfew police action) फेहरिस्त में शामिल हैं. डीडीएमए के इस आदेश से कोविड टीकाकरण के लिए जाने वाले लोग, भर्ती परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थियों को भी छूट का लाभ मिलेगा, लेकिन इसके लिए उन्हें वैध पहचान-पत्र/ प्रवेश पत्र दिखाना होगा.
डीडीएमए द्वारा कुछ जरूरी गतिविधियों को भी खास छूट दी गई है. इनमें भोजन, फल-सब्जियां, डेयरी-दूध उत्पाद, दवा जैसी आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए पड़ोस की दुकान तक पैदल जाने वाले लोग, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, आईएसबीटी से आने-जाने के लिए वैलिड टिकट दिखाने पर यात्रा करने की अनुमति, वैलिड आईडी कार्ड दिखाने पर प्रिंट और टीवी पत्रकार को छूट, ई-कॉमर्स के माध्यम से खाद्य पदार्थ, फार्मा, चिकित्सा उपकरणों सहित आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी पर छूट दी गई है.
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