नई दिल्ली: मेट्रो से यात्रा करने वाले यात्रियों को आज से राहत मिली है और दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटीकी ओर से मेट्रो की सभी सीटों पर बैठकर यात्रा करने की अनुमति दे दी गई है.
अभी तक दिल्ली मेट्रो में एक सीट छोड़कर बैठकर यात्रा करने की अनुमति थी जिसके चलते यात्री मेट्रो में आधी सीटों पर बैठकर ही यात्रा कर पा रहे थे, लेकिन कोरोना के कम होते मामलों के बीच यात्रियों को राहत दी गई है. इसको लेकर यात्रियों ने अपनी अलग-अलग राय दी. मेट्रो से यात्रा करने वाले भूपेंद्र ने कहा कि जहां अभी आने वाले दिनों में कोरोना के बढ़ने का खतरा जताया जा रहा है. ऐसे में अभी मेट्रो में एक सीट छोड़कर बैठने की अनुमति ही लागू होनी चाहिए थी. सभी सीटों पर बैठकर यात्रा करने की अनुमति अभी नहीं दी जानी चाहिए थी.
वहीं आनंद विहार मेट्रो स्टेशन के बाहर यात्रियों की भीड़ लगी हुई है. दरअसल यात्रियों को मेट्रो स्टेशन के अंदर एंट्री नहीं मिल रही है. बताया जा रहा है कि कुछ टेक्निकल प्रोब्लम की वजह से मेट्रो स्टेशन के गेट को नहीं खोला गया है.
आज मेट्रो में सुबह झटके लगने की खबर सामने आई थी, जिसकी पुष्टि दिल्ली मेट्रो रेलवे कार्पोरेशन ने की है. दिल्ली मेट्रो ने बताया कि आज सुबह करीब 6.42 बजे हल्के झटके की पुष्टि हुई. एक मानक प्रक्रिया के रूप में ट्रेनों को सतर्क गति से चलाया गया और अगले प्लेटफॉर्म पर तैनात किया गया. सेवाएं अब सामान्य रूप से चल रही हैं.
हालांकि यात्री अनिका ने मेट्रो में 100 पर्सेंट सीटिंग कैपेसिटी लागू होने को लेकर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि एक चीज छोड़ कर बैठने के नियम से काफी परेशानी होती थी. मेट्रो में बैठने के लिए जगह नहीं मिलती थी और यदि साथ में कोई और होता था तो उसके लिए भी सीट नहीं मिल पाती थी. इसके अलावा मेट्रो के एंट्री गेट के बाहर भी मेट्रो में जाने के लिए इंतजार करना पड़ता था.
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इस नियम के लागू होने के बाद मेट्रो से यात्रा कर बाहर आए अरविंद पाल ने बताया कि वह उत्तम नगर से द्वारका तक मेट्रो में सफर करते हैं और मेट्रो लेने के लिए उन्हें काफी इंतजार करना पड़ता था. मेट्रो में यात्रियों की संख्या ज्यादा होने पर मेट्रो के गेट के बाहर ही खड़े होकर इंतजार करना होता था, लेकिन अब मेट्रो की सभी सीट पर बैठकर यात्रा कर पा रहे हैं और थकावट होने पर सीट पर बैठकर भी जा सकते हैं, पहले काफी ज्यादा परेशानी होती थी घंटों इंतजार करना पड़ता था.
इसके साथ ही मेट्रो और बस से यात्रा करने वाले यात्री दीपक ने कहा कि सरकार को अभी यह नियम लागू नहीं करना चाहिए क्योंकि जिस प्रकार से हम देख रहे हैं कि बाजारों में भीड़ बढ़ रही है मंडियों में लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. सड़कों पर लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं. ऐसे में मेट्रो में 100 फीसदी सीटिंग कैपेसिटी के बाद और ज्यादा भीड़ बढ़ जाएगी.
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बता दें कि मेट्रो में भले ही 100 परसेंट सीटिंग कैपेसिटी की अनुमति दे दी गई है, लेकिन छूट के बावजूद केवल 20 फ़ीसदी तक यात्री ही मेट्रो में अभी सफ़र कर पाएंगे, क्योंकि यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है. एक मेट्रो के कोच में 50 सीटें होती हैं, जबकि खड़े होकर लगभग 200 से ज्यादा यात्री सफर कर सकते हैं. अब तक एक मेट्रो के कोच में 25 यात्री सफर कर पा रहे थे एक सीट छोड़कर बैठकर यात्रा करने की अनुमति थी. अब सभी सीटों पर बैठकर यानी कि 50 यात्री एक कोच में सफर कर पाएंगे, खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी.
वहीं गाजियाबाद के शहीद स्थल मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों का कहना है कि लोगों को खासा परेशानियां उठानी पड़ रही थी. दरअसल मेट्रो की सीटिंग कैपेसिटी 50% थी. जिसके चलते लोगों को मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करने के लिए बाहर लाइनों में लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ता था. लेकिन अब मेट्रो की सीटिंग कैपेसिटी 100 प्रतिशत कर दी गयी है. जिसके बाद यात्रियों को खासा राहत मिली है.
हालांकि अभी भी मेट्रो स्टेशन के बाहर यात्रियों की लंबी लाइनें लगी हुई नजर आ रही है, लेकिन यात्रियों को लाइनों में लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. यात्रियों के मुताबिक 100 प्रतिशत क्षमता होने के बाद खासा सहूलियत हुई है. पहले तकरीबन आधे घंटे से अधिक लाइनों में इंतजार करना पड़ रहा था जो कि अब घटकर 15 मिनट रह गया है. यात्रियों को उम्मीद है कि आने वाले समय में मेट्रो का सफर और आसान हो सकता है.
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ईटीवी भारत की टीम साउथ दिल्ली के छत्तरपुर पहुंची तो यहां यात्रियों ने बताया कि जहां पहले उन्हें मेट्रो में सफर करनें में समस्या बनी हुई थी. उन्हें समय ज्यादा लग रहा था. तो कुछ यात्रियों का कहना है वह मजबूरन बस या दूसरे ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल कर रहे थे. लेकिन अब जितनी सीटें उतने यात्री बैठने को लेकर उन्होंने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है और अब उन्हें मेट्रो में सफर तय करनें में आसानी हो रही है.
वहीं ईटीवी भारत ने टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन से मेट्रो बोर्ड करने आए लोगों से बातचीत कर जाना कि वह दिल्ली सरकार के इस फैसले को किस तरह देख रहे हैं. ज्यादातर लोग दिल्ली सरकार द्वारा लिए गए फैसलों से खुश नजर आए और उन्होंने इसे सहूलियत भरा फैसला बताया. लोगों ने कहा कि 100 फ़ीसदी सिटींग का कोरोना के मामले कम होने के बाद जो फैसला दिल्ली सरकार ने लिया वह सही और एक अच्छा फैसला है. जबकि कुछ लोगों ने यह भी कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर अभी भी जो है सख्ती बनाए रखनी चाहिए थी.