नई दिल्ली : राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में गंभीर हालत में पहुंचे कोरोना के मरीजों को अब इलाज के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. यहां पहुंचने वाले मरीजों को तुरंत इलाज के साथ आईसीयू की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. शुरुआती और त्वरित इलाज के बाद मरीज को वार्ड और आइसीयू में भेज दिया जाएगा.
देश मे कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं के मद्देनजर राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में नवनिर्मित रैपिड रिस्पांस सेंटर का दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुभारंभ किया. इस दौरान विधायक सौरभ भारद्वाज, राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के डारेक्टर डॉ. बी एल शेरवाल सहित अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने सेंटर का जायजा लिया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में अब कोविड-19 के मरीजों को सीधे वेंटिलेटर मिल सकेगा. पहले मरीज का इलाज शुरू होगा, उसके बाद कागजी प्रकिया को आगे बढ़ाया जाएगा.
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इसके साथ ही लोकनायक अस्पताल में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए ICU बेड तैयार हो रहे हैं. आईसीयू बेड की संख्या 500 से बढ़ाकर 900 की जाएगी. बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. आईसीयू वार्ड में विशेष तौर पर बच्चों को सुविधा मिलेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर अक्टूबर से आने की संभावना है.
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अस्पताल के कोरोना मामलों के नोडल अधिकारी डॉ. विकास डोगरा ने बताया कि इसके लिए रैपिड रिस्पांस सेंटर शुरू किया गया है. इसमें कुल 30 बेड की व्यवस्था की गई है. 7 बेड ट्राइज एरिया (इमरजेंसी) में हैं. बाकी 23 क्रिटिकल एरिया में हैं. इन बेड्स में वेंटिलेटर सहित अन्य सुविधाएं मौजूद हैं. यहां डॉक्टरों की टीम चौबीस घंटे तैनात रहेगी.