नई दिल्ली: हस्तसाल क्षेत्र (hastasaal) में कई एकड़ में फैला डीडीए पार्क (DDA Park) पिछले तीन दशकों से खराब स्थिति में है. इस वजह से यह पार्क न सिर्फ अपनी पहचान खो चुका है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के बजाय यह उनकी बदहाली का कारण बन गया है. इस समस्या को लेकर कुछ महीने पहले पश्चिमी दिल्ली के सांसद परवेश वर्मा (BJP MP Parvesh Verma)डीडीए के अधिकारियों के साथ यहां आए थे, लेकिन अभी तक यहां कुछ भी नहीं बदला है.
यह पार्क लोगों के घूमने और सेहत बनाने के लिए बनाया गया था, लेकिन यहां कहीं गंदा पानी तो कहीं कूड़ों का ढेर लगा हुआ है. पार्क में जहां-तहां बड़े-बड़े पौधे उग आए हैं. कई पेड़ भी गिरे हुए हैं. लेकिन डीडीए को इसकी कोई फिक्र ही नहीं है. इसकी बदहाली देख कर ऐसा लगता है मानो डीडीए ने ध्यान देना बिल्कुल ही छोड़ दिया हो और शायद इसी वजह से यह पार्क अपनी पहचान खोता जा रहा है.
आसपास कुछ क्लस्टर हैं, जहां लोग इस पार्क की स्थिति को लेकर काफी परेशान हैं, उनका कहना है कि कुछ महीने पहले जब क्षेत्र के बीजेपी सांसद डीडीए के अधिकारियों के साथ पार्क का दौरा करने आए थे, तो उन लोगों में एक उम्मीद थी कि अब पार्क की स्थिति में सुधार होगा. लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद अब तक एक भी काम शुरू नहीं हुआ है. लोगों का कहना है कि डीडीए अधिकारियों (DDA officers) के साथ-साथ सांसद से भी अनुरोध है कि इस पार्क की स्थिति को दूर करने के लिए पहल करें.
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आप नेता का कहना है कि इस पार्क के साथ ही कुछ दिन पहले भाजपा ने झुग्गी सम्मान यात्रा की थी, जिसका कोई औचित्य नहीं है क्योंकि क्लस्टर के आसपास कोई पार्क नहीं है और अगर यहां पार्क है तो यह इतना बुरा है कि लोग इसे किसी भी तरह से इस्तेमाल नहीं कर सकते. उनका यह भी कहना है कि इस पार्क में असंगठित और अराजक तत्व घूमते रहते हैं जिससे बहनों-बेटियों का आना या घूमना सुरक्षित नहीं है.
भाजपा सांसद परवेश वर्मा (BJP MP Parvesh Verma) ने जब डीडीए अधिकारियों (DDA officers) के साथ इस पार्क का दौरा किया था तो उन्होंने अधिकारियों को इस पार्क की स्थिति जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिए थे. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए आश्वासन दिया था कि इस पार्क के अलावा और भी कई पार्कों की स्थिति जल्द से जल्द सुधारा जाएगा, लेकिन महीनों बाद भी डीडीए के अधिकारियों ने इस पर विचार नहीं किया. ऐसे में एक बार फिर भाजपा सांसद की जिम्मेदारी बनती है कि वह फिर से डीडीए के अधिकारियों को इस पार्क की देखभाल करने का निर्देश दें ताकि इतने बड़े पार्क का सही इस्तेमाल हो सके.