नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना महामारी के आंकड़ों में कमी आई है, लेकिन मौत के आंकड़ों में कुछ खास गिरावट नहीं देखी गई है. वहीं दूसरी ओर दिल्ली के श्मशानों में अंतिम संस्कार के लिए आने वाले कोरोना मरीजों में भी काफी गिरावट देखी गई है.
बीते महीने जहां श्मशान घाटों पर कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार करने के लिए जगह की किल्लत पड़ गई थी वहीं अब यह मारामारी कम हुई है. द्वारका मंगलापुरी स्वर्ग आश्रम श्मशान घाट पिछले महीने जहां प्रतिदिन 30 से 35 मृतकों का अंतिम संस्कार हो रहा था वहां अब 4 से 6 अंतिम संस्कार हो रहे हैं. इसके अलावा डाबड़ी श्मशान घाट पर भी 10 से 15 अंतिम संस्कार से आंकड़ा घटकर 3 से 5 पर पहुंच गया है.
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द्वारका मंगलापुरी स्वर्ग आश्रम के दिनेश शर्मा ने बताया कि यहां अप्रैल महीने में अचानक मौत का आंकड़ा बढ़ गया, जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए रोजाना 30 से 35 मृतक आने लगे. उन्होंने बताया कि अब प्रतिदिन 5 से 7 मृतकों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. वहीं दाह संस्कार की कीमतें नहीं बढ़ाई गई है.
डाबड़ी श्मशान में 3 से 5 अंतिम संस्कार
वहीं द्वारका डाबड़ी श्मशान घाट पर अप्रैल में बहुत काफी तेजी से अंतिम संस्कार के आंकड़े बढ़े जहां अप्रैल महीने में 36 मृतकों का प्रतिदिन अंतिम संस्कार होता था वहां मई महीने के दूसरे सप्ताह तक 34 के आस-पास मृतकों का अंतिम संस्कार हुआ जो आंकड़ा अब घटकर 10 से 15 होने के बाद 3 से 4 पर आ गया है.
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