नई दिल्ली: दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना पुलिसकर्मियों के लिए महत्वपूर्ण प्लानिंग कर रहे हैं. मुंबई पुलिस की तर्ज पर वह थानों को 3 अलग-अलग शिफ्ट में चलाने पर विचार कर रहे हैं. इसके साथ ही थाने में कानून व्यवस्था और जांच के लिए अलग-अलग टीम बनाने पर भी विचार किया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने सभी 15 जिला डीसीपी को निर्देश दिए हैं कि वह 2 महीने के भीतर यह प्लान लागू करना चाहते हैं.
1984 बैच के आईपीएस राकेश अस्थाना ने हाल ही में दिल्ली पुलिस कमिश्नर का चार्ज संभाला है. शनिवार को उन्होंने सभी जिला डीसीपी की बैठक ली. इस बैठक में संयुक्त आयुक्त और विशेष आयुक्त भी शामिल हुए. बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुलिस कमिश्नर को बताया कि दिल्ली में अपराध की क्या स्थिति है. खासतौर पर उन क्षेत्रों के बारे में बताया गया जहां पर ज्यादा अपराध हो रहे हैं. इन जगहों के डीसीपी से भी कमिश्नर ने अपराध को लेकर जानकारी हासिल की.
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बैठक में पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि वह दिल्ली पुलिस को तीन शिफ्ट में बांटना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि थाने में लंबी ड्यूटी करने की जगह पुलिसकर्मी तीन अलग-अलग शिफ्ट में काम करें. इससे उन्हें भी काम से राहत मिलेगी और वह बेहतर ढंग से अपनी शिफ्ट में काम कर सकेंगे. इसके साथ ही वह कानून व्यवस्था को जांच से पूरी तरह अलग करना चाहते हैं. दोनों के लिए अलग-अलग टीम बनाना उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने दिल्ली पुलिस के 4 विशेष आयुक्त की एक कमेटी भी बनाई है, जिसका प्रमुख विशेष आयुक्त बालाजी श्रीवास्तव को बनाया गया है.
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इन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह थानों को पांच भागों में बांटे. इनमें से एक कैटेगरी कानून व्यवस्था की होगी. दूसरी कैटेगरी में जहां पर आपराधिक वारदात ज्यादा होती हैं. दूसरी कैटेगरी में संवेदनशील क्षेत्र और चौथी कैटेगरी में वीआईपी लोग ज्यादा रहते हैं और पांचवा लॉजिस्टिक इंटर्नशिप पुलिस स्टेशन. इस कमेटी में कानून व्यवस्था के तीनों विशेष आयुक्त के अलावा क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त विशेष आयुक्त को भी शामिल किया गया है. उन्हें आगामी 20 अगस्त तक रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि इन थानों की कैटेगरी को ध्यान में रखते हुए ही वहां पर एसएचओ को तैनात किया जाएगा.