नई दिल्ली : राजधानी में मानसून बस दस्तक देने वाला ही है, लेकिन इस बार भी सिविक एजेंसियों ने मानसून से पहले सभी नालों की सफाई नहीं की है. जबकि फर्जी दावे किए जाते रहे हैं. पीडब्ल्यूडी कर्मचारी की मानें तो अभी भी कई इलाकों में 40 फीसदी नालों की सफाई नहीं हुई है. मतलब साफ है कि इस मानसून की बारिश में भी दिल्ली का डूबना तय है.
वेस्ट दिल्ली के कुछ इलाकों में नालियों का क्या हाल है. ढक्कन टूटे हुए और नालियां भरी हुई हैं. ऐसा हाल सिर्फ एक इलाके का नहीं बल्कि वेस्ट दिल्ली के कमोबेश सभी इलाकों का है.
कुछ ही जगहों पर पीडब्ल्यूडी कर्मचारी सड़कों पर मुस्तैदी से काम करते दिखे. बावजूद इसके अभी भी नालों की सफाई या सड़कों से मलबा हटाने का काम पूरा नहीं हो पाया है.
पीडब्ल्यूडी कर्मचारी खुद बता रहे हैं कि अभी 60 फ़ीसदी ही काम पूरा हुआ है. जबकि कई इलाकों में 35 से 40 फ़ीसदी सफाई का काम बचा हुआ है. लोग MCD के दावों को हवा-हवाई बताते हुए गंभीर आरोप लगा रहे हैं. साथ ही यह भी कह रहे हैं कि हर साल नालों की सफाई के खेल में करोड़ों रुपए जनप्रतिनिधि डकार जाते हैं और काम पूरा नहीं होता है.