नई दिल्ली : पुस्तक प्रेमियों के लिए यूं तो देश भर में कई बड़ी-बड़ी लाइब्रेरी मौजूद है, लेकिन देश की राजधानी दिल्ली के मंडी हाउस स्थित साहित्य अकादमी लाइब्रेरी में 24 भाषाओं में दो लाख से ज्यादा किताबें मौजूद हैं. सभी किताबें साहित्य अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त है.
ईटीवी भारत की टीम जब इस लाइब्रेरी में पहुंची तो पाया कि लाइब्रेरी में संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त 22 और साहित्य अकादेमी द्वारा मान्यता प्राप्त 24 भाषाओं में किताबें उपलब्ध हैं. हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, मराठी, मलयालम, तेलुगू, तमिल समेत 24 भाषाओं में किताबें लाइब्रेरी में मौजूद हैं. अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने बताया कि लाइब्रेरी में दो लाख से ज्यादा किताबें हैं, जिन्हें अकादमी द्वारा सालों से संग्रहित किया गया है. इन सभी पुस्तकों का कंप्यूटरीकरण, रेट्रो रूपांतरण भी लगभग पूरा हो चुका है.
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पुस्तकों का ऑनलाइन कैटलॉग भी अकादमी की वेबसाइट पर उपलब्ध है. पिछले करीब 12 सालों से साहित्य अकादमी की इस लाइब्रेरी में आ रहे वैद्यनाथ झा ने बताया कि इस लाइब्रेरी में हर भाषा में किताब उपलब्ध हैं. वे यहां पर हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और मैथिली भाषा में किताबें पढ़ रहे हैं. यहां आकर उन्हें बहुत अच्छा लगता है. पुस्तक प्रेमियों के लिए बहुत अच्छी जगह है.
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लाइब्रेरी के बुक अटेंडेंट राजेश चोपड़ा ने बताया कि इस लाइब्रेरी के लिए पुस्तक प्रेमियों को मेंबरशिप लेना होता है. इसके लिए एक फॉर्म भरना होता है और 2000 रुपये सिक्योरिटी रकम जमा करनी होती है. यह रकम एक साल बाद रिफंडेबल होती है. यहां पर एमए, एमफिल, पीएचडी कर रहे छात्रों के लिए किताबों का सबसे बेहतर संग्रह है.