नई दिल्ली: छठ पूजा मनाने को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए हिंदू विरोधी कहा जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के विधायक एवं पूर्वांचल नेता संजीव झा ने इस आदेश के लिये एलजी को जिम्मेदार बताया है.
सांसद एवं भाजपा के पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी का इसपर कहना है कि केजरीवाल हिन्दुविरोधी हैं. दिल्ली सरकार जान-बूझकर यमुना किनारे छठ पे पुनः प्रतिबंध लगा रही है. उनका यह फैसला पूर्वांचलियों की आस्था के साथ खिलवाड़ है. इससे अरविंद केजरीवाल की हिंदू विरोधी नीति सामने आ रही है. तीवारी ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री केजरीवाल को पूजा की अनुमति नहीं देनी थी, तो पूर्व में इसका नाटक क्यों किया ? उन्होंने का कि पूर्वांचली इस प्रतिबंध को अस्वीकार करते हैं. साथ ही कहा कि दिल्ली सरकार ने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा कर लोगों को अरेस्ट करवाने के लिए अपने मंत्री की अध्यक्षता में पुलिस को निर्देश दिए है.
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विधायक संजीव झा ने अपनी पार्टी की सरकार का बचाव करते हुए कहा कि यमुना किनारे छठ पूजा नहीं करने का आदेश एलजी ने 29 अक्टूबर को दिया, लेकिन इससे पहले दिल्ली सरकार ने छठ पूजा मनाने का आदेश दे दिया था. मनोज तिवारी को इस पर राजनीति करने की बजाय एलजी के पास जाकर अनुमति लेनी चाहिये. झा ने कहा कि वह भी पूर्वांचल के हैं और छठ पूजा की महिमा और महत्व को बेहतर समझते हैं. इसलिये वह भी एलजी के पास जाकर उनसे छठ पूजा मनाने की अनुमति देने की मांग करने जा रहे हैं. मनोज तिवारी चाहे तो वह भी उनके साथ चल सकते हैं.
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