नई दिल्ली : ऑन डिमांड कार चोरी के मामले में सेंचुरी लगा चुके अंतरराज्यीय चोर कार राजा को सिविल लाइन थाना पुलिस ने डेढ़ महीने की लंबी कवायद के बाद गिरफ्तार किया है. आरोपी का नेटवर्क दिल्ली एनसीआर, यूपी व कश्मीर सहित दुसरे राज्यों में फैला हुआ है. कार राजा आर्डर मिलने का इंतजार करता और पल भर में महंगी गाड़ियां चुरा लेता ओर उन्हें बेच देता. उसपर दिल्ली के अलग-अलग थानों में नौ मामले दर्ज है. उसकी गिरफ्तारी के बाद सिविल लाइन पुलिस ने दस मामले मामले को सुलझाने का दावा किया है. आरोपी की निशानदेही पर पुलिस टीम ने कार के साथ कार की दर्जनों नम्बर प्लेट बरामद की है.
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि पुलिस टीम लंबे समय से कार चोरी करने वाले चोर "कार राजा" की तलाश कर रही थी, जिसे कार चोरी के बाजार में कार राजा के नाम से जाना जाता है, जबकि आरोपी का नाम कुणाल उर्फ तनुज उर्फ विजय है. आरोपी ने कार चोरी करते हुए एक साल के अंदर 100 से ज्यादा गाड़ियां चोरी की है. पुलिस को लगातार मिल रही शिकायत के बाद एसीपी सिविल लाइन सत्येंद्र यादव और एसएचओ सिविल लाइन अजय कुमार की देखरेख में एएसआई विनोद, हेड कॉन्स्टेबल अंकुश, कॉस्टेबल रमेश, शिवकुमार और जयपाल टीम का गठन किया गया. आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस टीम ने दिल्ली में अलग-अलग इलाकों पर लगे सीसीटीवी भी खंगाले लेकिन कोई खास सुराग नहीं मिला. पुलिस टीम को मामले की पड़ताल करते हुए पुलिस रिकॉर्ड खंगाले तो आरोपी की अपराधिक वारदातों में संलिप्तता का पता चला तो पुलिस टीम ने उस पर काम करना शुरू कर दिया.
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टीम को मामले की पड़ताल करते हुए बीते 11 जनवरी को सूचना मिली कि कार राजा के नाम से मशहूर कुणाल कश्मीरी गेट स्तिथ मॉनेस्ट्री मार्केट में किसी को चोरी की कार डिलीवर करने के लिए आने वाला है. पुलिस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से मामले को ट्रैक करना शुरू कर दिया और मॉनेस्ट्री मार्केट के आसपास मोर्चा संभाल लिया. जैसे ही मुखबिर से पुलिस को कुणाल की आने की जानकारी मिली तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया. जब उससे गाड़ी के पेपर मांगे तो उसने पेपर भी दिखाए, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार कार का नंबर प्लेट और आरसी सही थी. लेकिन इंजन और चेसिस नंबर उस से मेल नहीं खा रहे थे. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर थाने ले आई.
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पुलिस पूछताछ में आरोपी कुणाल ने बताया कि वह 2013 से कार चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है और वह दिल्ली एनसीआर इलाके से महंगी कारों को चोरी कर उत्तर प्रदेश और कश्मीर में भेजता है. कार चोरी बाजार में उसे "कार राजा" के नाम से पहचाना जाता है और उसने ऑटो लिफ्टिंग के मामले में 100 से ज्यादा कार चोरी की है. इस सब से अलग उसे गाड़ियों और महंगे कपड़े के साथ रॉयल जिंदगी जीने का शौक है. पुलिस को बताया कि उसके पिता भी अमर कालोनी इलाके में बड़े कारोबारी है और वह रेप्युटेड कान्वेंट स्कूल से पढ़ा हुआ है, लेकिन जल्द ही पैसा कमाने और रॉयल जिंदगी जीने के चक्कर में उसने अपनी दिशा और दशा दोनों ही बदल ली.