नई दिल्ली : द्वारका जिले के सेल अगेंस्ट इलीगल फॉरेनर एंड नारकोटिक्स की टीम ने सात अफ्रीकन मूल के नाइजीरियन नागरिक (Nigerians arrested in delhi) को पकड़ा है, जो बिना कोई वैलिड डॉक्यूमेंट के यहां पर रहकर अवैध गतिविधि में शामिल हो रहे थे. डीसीपी द्वारका शंकर चौधरी ने बताया कि कैफेन टीम के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सुभाषचंद की देखरेख में हेड कांस्टेबल दिनेश, कॉन्स्टेबल हेतराम, प्रवीण और कुलदीप की टीम ने इन सभी को पकड़ा है.
डीसीपी ने बताया कि जिले की पुलिस इलाके में रह रहे विदेशी नागरिकों से पूछताछ कर उनके वेरिफिकेशन में लगी रहती है. इसी कड़ी में कैफन की टीम को इनसे पूछताछ में पता चला कि इन सभी का वीजा एक्सपायर हो चुका था. भारत में ओवर स्टे करने को लेकर इनके पास कोई सपोर्टिव डॉक्युमेंट्स भी नहीं हैं.
ये सभी अवैध रूप से यहां रहकर चोरी छुपे गलत गतिविधि में शामिल हो जाते हैं. पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर FRRO के समक्ष प्रस्तुत कर दिया, जहां से डिपोर्ट करने के लिए इन्हें लामपुर बॉर्डर पर डिपोर्टेशन सेंटर भेज दिया गया है.
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे अफ्रीकनों को भेजा लामपुर बॉर्डर
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे सात अफ्रीकन नागरिकों को द्वारका पुलिस ने लामपुर बॉर्डर भेज दिया है. द्वारका जिले की सेल अगेंस्ट इलीगल फॉरेनर एंड नारकोटिक्स की टीम ने बिना वैलिड डॉक्यूमेंट के भारत में रह रहे अफ्रिकन नागरिकों को डिपोर्ट करने के लिए पकड़ा है.
नई दिल्ली : द्वारका जिले के सेल अगेंस्ट इलीगल फॉरेनर एंड नारकोटिक्स की टीम ने सात अफ्रीकन मूल के नाइजीरियन नागरिक (Nigerians arrested in delhi) को पकड़ा है, जो बिना कोई वैलिड डॉक्यूमेंट के यहां पर रहकर अवैध गतिविधि में शामिल हो रहे थे. डीसीपी द्वारका शंकर चौधरी ने बताया कि कैफेन टीम के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सुभाषचंद की देखरेख में हेड कांस्टेबल दिनेश, कॉन्स्टेबल हेतराम, प्रवीण और कुलदीप की टीम ने इन सभी को पकड़ा है.
डीसीपी ने बताया कि जिले की पुलिस इलाके में रह रहे विदेशी नागरिकों से पूछताछ कर उनके वेरिफिकेशन में लगी रहती है. इसी कड़ी में कैफन की टीम को इनसे पूछताछ में पता चला कि इन सभी का वीजा एक्सपायर हो चुका था. भारत में ओवर स्टे करने को लेकर इनके पास कोई सपोर्टिव डॉक्युमेंट्स भी नहीं हैं.
ये सभी अवैध रूप से यहां रहकर चोरी छुपे गलत गतिविधि में शामिल हो जाते हैं. पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर FRRO के समक्ष प्रस्तुत कर दिया, जहां से डिपोर्ट करने के लिए इन्हें लामपुर बॉर्डर पर डिपोर्टेशन सेंटर भेज दिया गया है.