नई दिल्ली : द्वारका जिले के डाबड़ी थाने के अंदर कस्टोडियल डेथ का मामला सामने आया है, जिसमें सेक्सुअल एसॉल्ट के आरोप में थाना लाए गए आरोपी की मौत लॉकअप में हो गई है. मृतक की पहचान सुबोध कुमार के रूप में हुई है.
बताया जा रहा है कि अपराध के दौरान ही इसे लोगों ने पकड़ लिया था. इसके बाद इसकी जमकर पिटाई कर दी थी. इसके बाद पुलिस मौके पर पब्लिक से बचाकर इसे थाने लाई. यहां उसे हवालात में बंद कर दिया गया था, लेकिन इसी दौरान उसकी रात में मौत हो गई. मामला कस्टोडियल डेथ का होने की वजह से पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच शुरू करवाई है, जिससे यह पता चल सके कि इसमें लापरवाही पुलिस की है या नहीं.
द्वारका जिले के डाबड़ी थाने में पुलिस कस्टडी में हुई मौत के मामले में द्वारका जिले के डीसीपी शंकर चौधरी ने बताया कि जिस आरोपी की मौत हुई है, उस पर आरोप था कि उसने अपनी पांच साल की सौतेली बेटी के साथ सेक्सुअल एसॉल्ट किया था. लोगों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी थी. उसे पुलिस हिरासत में लेने के बाद हॉस्पिटल ले गई थी, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया.
रात में उसी लॉकअप में रखा गया, सुबह 6 बजे के आसपास पुलिसकर्मियों को लगा कि उसकी हालत खराब हो रही है. फिर उसे तुरंत लॉकअप से निकाल करके हॉस्पिटल ले जाया गया. रास्ते में उसकी हालत और सीरियस हो गई. हॉस्पिटल में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच भी की जा रही है. साथ में मेडिकल नेगलीजेन्सी को लेकर भी लेटर लिखा गया है. यदि सुबोध की हालत ठीक नहीं थी तो उसे क्यों डिस्चार्ज किया गया है.