नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है. दरअसल, जेएनयू छात्रसंघ (JNUSU) के द्वारा बाबरी विध्वंस को याद करते हुए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. वहीं इस कार्यक्रम में जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने बाबरी दोबारा बनाओ का नारा दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद को जो गिराया गया है, वह पूर्णता गलत है और यह इंसाफ तभी होगा जब बाबरी मस्जिद दोबारा से बनाई जाएगी.
वहीं इस पूरे घटना की एबीवीपी दिल्ली प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में एक विचार रखने वाले लोगों ने कैंपस में बाबा साहब अंबेडकर के विचारों को आगे न बढ़ाकर बाबरी मस्जिद पर एक मार्च निकाला जो कि एक दुखद घटना है.
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एबीवीपी (abvp) दिल्ली प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि यह ऐसे लोग हैं, जिनका आज अस्तित्व ही नहीं है. यह लोग बाबा साहब अंबेडकर के सपने और उनके विचारों को लेकर समाज में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह लोग किसी भी तरह की सेवा नहीं कर सकते हैं. यह सब मात्र खबरों की सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह से बयान देते हैं. साथ ही कहा कि ऐसे लोगों का अस्तित्व मात्र विवाद खड़ा करने के लिए ही बना हुआ है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह देश बाबा साहब अंबेडकर के सपनों को लेकर आगे बढ़ रहा है और इस तरह की मानसिकता रखने वाले लोगों को नकारते है.