नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में पोषण आहार में अनियमितताओं (Nutrition diet scam in Madhya Pradesh) को लेकर कैग की रिपोर्ट पर विपक्ष हमलावर है. इस मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक सीबीआई मुख्यालय पहुंचे. आप के विधायक सौरभ भारद्वाज के साथ दुर्गेश पाठक सीबीआई हेड क्वार्टर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा. मध्य प्रदेश में हुए घोटाले को लेकर सीबीआई जांच की मांग की (AAP demands CBI probe into MP poshan aahar scam).
मीडिया से बात करते हुए सौरभ भारद्वाज ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सबकी सीबीआई जांच कराते हैं, लेकिन शिवराज सिंह चौहान की जांच कब कराएंगे. उन्होंने कहा कि एमपी में जो बच्चों का राशन घोटाला हुआ है, उसमें राशन ट्रक के नाम पर बाइक, ऑटो का नंबर दिया गया है. लाखों बच्चों के नाम रातों रात राशन लेने वालों में जोड़े गए, जबकि इन नाम के बच्चों का कोई अता पता नहीं है.
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यह विभाग खुद शिवराज सिंह चौहान के पास है. इसलिए उंगली उन्हीं की तरफ उठ रही है. सीएम अभी तक इस मसले पर चुप्पी साधे हुए थे. सरकार के दो कद्दावर मंत्री इस पर जवाब दे रहे थे. कथित घोटालों को लेकर जब दिल्ली से आम आदमी पार्टी के विधायक ने शिवराज सिंह चौहान को घेरा तो उन्होंने चुप्पी तोड़ी है. चुप्पी तोड़ते हुए शिवराज सिंह चौहान ने केजरीवाल सरकार को लपेटा है.
कागजों में ट्रक से पहुंचा टेक होम राशन: टेक होम राशन बनाने वाली 6 फर्म का दावा है कि उन्होंने 6.94 करोड़ की लागत वाले 1125.64 मैट्रिक टन टेक होम राशन का परिवहन किया. जाहिर है इस मात्रा में टेक होम राशन ट्रकों से ही पहुंचाया जाएगा, लेकिन वाहन का डेटा बेस कहता है कि इस्तेमाल किए गए वाहन के नंबर मोटरसाइकिल, कार, ऑटो और टैंकर के तौर पर रजिस्टर्ड हैं. इतना ही नहीं रिपोर्ट के मुताबिक, टेक होम राशन के प्रोडक्शन की तुलना में फर्जी उत्पादन भी 58 करोड़ का है.
रिपोर्ट के हवाले से धार, मंडला, रीवा, सागर और शिवपुरी जिले में टीएचआर उत्पादन की तुलना में फर्जी उत्पादन 58 करोड़ था. धार, मंडला, रीवा, सागर और शिवपुरी में छह संयंत्रों ने चालान जारी करने की तिथि पर टीएचआर स्टॉक की अनुपलब्धता के बावजूद 4.95 करोड़ की लागत से 821.558 मीट्रिक टन टीएचआर की आपूर्ति कर दी गई.