नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर नोटबंदी के दौरान घोटाले के आरोप को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. वहीं आम आदमी पार्टी भी लगातार उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. लेकिन क्या इस कथित घोटाले की जांच और उपराज्यपाल के इस्तीफे की मांग को लेकर अड़ी पार्टी क्या सुप्रीम कोर्ट का भी रुख कर सकती है? इस बारे में आप विधायक संजीव झा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत कर बताया कि इस मामले में पार्टी का सुप्रीम कोर्ट जाने को लेकर क्या रुख है. (Corruption charges against LG Vinay Kumar Saxena)
उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुनी गई सरकार और विधायक को अधिकार है कि वे अपनी मांगों को लेकर आंदोलन और धरना प्रदर्शन करे. खादी ग्रामोद्योग के चेयरमैन पर रहते हुए मौजूदा उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने नोटबंदी के दौरान अपने कैशियर का इस्तेमाल कर पुराने नोटों को बदलने का बड़ा घोटाला किया है. हालांकि सीबीआई जांच में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई जो अपने आप में ही गंभीर मसला है. रही बात सुप्रीम कोर्ट जाने की, तो पार्टी ने फिलहाल इसपर कोई फैसला नहीं लिया है. हालांकि हम आगे देखेंगे कि क्या किया जा सकता है.
वहीं दूसरी तरफ, अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर उपराज्यपाल ने कानूनी कार्रवाई करने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा है कि वह आप नेता आतिशी, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और सरकार में दिल्ली डायलॉग कमीशन के प्रमुख जैस्मीन शाह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. उन्होंने यह भी कहा है कि उनके ऊपर लगे सभी आरोप मनगढ़ंत और झूठे हैं.
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