नई दिल्ली: बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली ( एयूडी ) ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए स्नातक और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में दाखिले को लेकर एडमिशन ब्रोशर जारी कर दिया है.
बता दें कि यह एडमिशन ब्रोशर एयूडी की कुलपति प्रोफेसर अनु सिंह लाथेर द्वारा जारी किया गया. वहीं इस दौरान उन्होंने बताया कि एयूडी में 5 नए कोर्सेस की भी शुरुआत होने जा रही है. वहीं उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो एक अगस्त से सेकंड और थर्ड ईयर छात्रों की क्लास भी शुरू हो सकती है.
पांच नए पाठ्यक्रम इस सत्र में शुरू होंगे
वहीं शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए एडमिशन ब्रोशर वेबीनार द्वारा जारी किया गया. इस दौरान एयूडी की कुलपति प्रोफेसर अनु सिंह लाथेर ने बताया कि इस सत्र से 5 नए पाठ्यक्रम की शुरुआत होने जा रही है जिसके तहत यूजी में बी. वॉक अकाउंटिंग एंड फाइनेंस कोर्स शुरू किया जा रहा है जिसके लिए 35 सीटें निर्धारित की गई हैं.
वहीं बीबीए की भी शुरुआत हो रही है जिस में भी 35 सीटें रखी गई हैं. इसके अलावा पीजी के लिए एमबीए इनोवेशन एंटरप्रेन्योरशिप एंड डेवलपमेंट कोर्स भी शुरू किया जा रहा है इसके लिए भी 35 सीटें ही रखी गई है. इसके अलावा एमए हिंदी की भी शुरुआत की जा रही है जिसमें 42 सीटें होंगी.
इसके अलावा एमफिल इन डिसेबिलिटी स्टडी कोर्स की भी शुरुआत होगी जिसमें 8 सीट है.
एमफिल इन डिसेबिलिटी भी होगा शुरू
वहीं प्रोफेसर अनु सिंह ने कहा की एमफिल विकलांगता अध्ययन शुरू करने के पीछे यही कारण है कि इससे छात्रों में कौशल विकास हो सके और को तैयार कर सके सामाजिक जिम्मेदारी के सही अर्थ को समझ सके और किसी पर बोझ ना बनकर अपने जीवन यापन के नए आयाम तलाश सकें.
हर परिस्थिति में विश्वविद्यालय छात्रों के साथ
प्रोफेसर अनु सिंह लाथेर ने कहा कि कोरोना वायरस के इस समय में विश्वविद्यालय छात्रों के साथ खड़ा है.
साथ ही उन्होंने कहा कि महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में भी विश्वविद्यालय ने सफलतापूर्वक अपना सत्र पूरा किया है और आगामी सत्र में भी छात्रों की आवश्यकताओं को सर्वोपरि मानते हुए उसका समुचित ध्यान रखते हुए शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को जारी रखा जाएगा.
वहीं इस वेबिनार के दौरान कॉलेज में आगामी सत्र की सभी नीतियों सहित सीखने में वृद्धि, अनुदान शुक्ल, माफी की नीति, छात्र कल्याण निधि आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही रजिस्ट्रार डॉ नितिन मलिक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी का यह समय सभी के लिए चुनौतीपूर्ण है और छात्रों की कठिनाइयों के प्रति विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह से संवेदनशील है और हर परिस्थिति में उनके साथ खड़ा है. साथ ही उन्होंने ने बताया कि एयूडी में इस साल यूजी और पीजी के 57 पाठ्यक्रम चलेंगे जिसमें कुल 1800 सीटें होंगी.