नई दिल्ली: सीआरपीएफ (Central Reserve Police Force) से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर ईटीवी भारत को बताया कि 50 आवंटियों का पहला जत्था बुधवार को नवनिर्मित क्वार्टर में प्रवेश करने वाला था, लेकिन चूंकि क्वार्टर का 'औपचारिक उद्घाटन' अभी तक नहीं हुआ है, इसलिए उन्हें प्रवेश करने से रोका गया है. सीआरपीएफ के उत्तरी सेक्टर के आईजी क्वार्टर (The IG of CRPF's northern sector) का उद्घाटन करने वाले थे. सीआरपीएफ की 88 महिला बटालियन के परिवार काफी उत्साहित थे क्योंकि उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में नए क्वार्टर आवंटित किए गए थे. द्वारका में बने फैमिली क्वार्टर जनवरी से बनकर तैयार है. लेकिन कुछ 'आधिकारिक दिक्कतों' के चलते पिछले तीन महीने से क्वार्टर खाली पड़े है. सीपीडब्ल्यूडी ने क्वार्टर का निर्माण किया जिसे बाद में सीआरपीएफ की आंतरिक बोर्ड ने अपने कब्जे में ले लिया.
पढ़ें: शोपियां, पुलवामा में सीआरपीएफ शिविरों पर ग्रेनेड हमला, दो जवान घायल
संपर्क करने पर सीआरपीएफ के उत्तरी सेक्टर के आईजी राजेश कुमार ने कहा कि फिलहाल क्वार्टरों का निरीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक बार निरीक्षण पूरा हो जाने के बाद, सभी क्वार्टर योग्य कर्मियों को आवंटित किए जाएंगे. उन्होंने इस बात से इंकार किया कि क्वार्टरों के किसी भी 'औपचारिक उद्घाटन' के कारण कर्मियों को देने में देरी हो रही है. हालांकि, महिला बटालियन के परिवारों के लिए कुल 221 क्वार्टर बनाए गए हैं जिनमें जवानों के लिए 208 टाइप II क्वार्टर, 6 टाइप III क्वार्टर, 5 टाइप IV क्वार्टर और 2 टाइप V क्वार्टर शामिल हैं. अधिकारी ने कहा कि यदि सभी 50 परिवारों को 23 मार्च को अपने क्वार्टर में प्रवेश कर जाते तो दूसरे चरण में 25 मार्च को शेष क्वार्टर आवंटित किए जाने थे. सीआरपीएफ की महिला बटालियन की 5 कंपनियों में से एक कंपनी आतंक से प्रभावित जम्मू-कश्मीर में प्रतिनियुक्त है, दो कंपनियां दिल्ली पुलिस के साथ लगी हुई हैं.
पढ़ें: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों का CRPF कैंप पर हमला, तीन जवान घायल
एक कंपनी को संसद की ड्यूटी के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है. एक कंपनी हाल ही में पांच राज्यों में चुनाव संपन्न करा के आई है. हाल ही में सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने दावा किया था कि सुरक्षा एजेंसी अपनी महिला बटालियनों को क्वार्टर और सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए दृढ़ संकल्पित है क्योंकि सीआरपीएफ बल में अधिक महिला कर्मियों की भर्ती को प्रोत्साहित करती है. हाल ही में हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सीआरपीएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया था कि एजेंसी अलग-अलग राज्यों में महिला हितैषी बैरक भी बना रही है. गृह मामलों पर एक संसदीय स्थाई समिति ने हाल ही में संसद में पेश की गई अपनी 238 रिपोर्ट में बताया है कि 3,09,686 कर्मियों की तैनात संख्या के मुकाबले सीआरपीएफ में 9,854 महिला कर्मी हैं, जो कुल तैनात संख्या का केवल 3.18 प्रतिशत है.