नई दिल्ली : केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Road Transport Minister Nitin Gadkari) ने मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि भारतीय ऑटो उद्योग के बाजार में एक बड़ी हिस्सेदारी होने के बावजूद बदकिस्मती से ओईएम काफी खराब प्रदर्शन कर रहे हैं.
मंत्री ने पुणे के एआईटी-एडीटी यूनिवर्सिटी (AIT-ADT University of Pune) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सड़क निर्माण के सभी चरणों में सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि बसों के ढांचे की गुणवत्ता में सुधार करने की जरूरत है और वह विनिर्माताओं से अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप निर्माण के लिए वाहनों के स्तरों में लगातार सुधार करने की अपील करते हैं. इस अवसर पर मंत्री ने बताया कि भारत और अन्य विकासशील देशों में सड़क दुर्घटनाओं की दर बहुत अधिक है और हर साल लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं, जो कि कोविड मौतों से भी अधिक है.
उन्होंने आगे कहा कि उनका लक्ष्य 2025 तक सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों में 50 प्रतिशत की कमी और 2030 तक दुर्घटनाओं एवं मौतों को शून्य करना है. गडकरी ने कहा कि लगभग 60 प्रतिशत मौतें दोपहिया सवारों की होती हैं. उन्होंने कहा कि मोटरसाइकिल यातायात की सुरक्षा काफी जरूरी है.
गडकरी ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में वाहन इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी काफी हद तक परिपक्व हो गई है और वाहन चालकों के प्रशिक्षण एवं उन्नत प्रशिक्षण संस्थानों तथा केंद्रों की स्थापना के महत्व पर जोर दिया.
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उन्होंने साथ ही कहा कि जागरूकता पैदा करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी हितधारकों के बीच सहयोग, संवाद और समन्वय जरूरी है.
(पीटीआई-भाषा)