ETV Bharat / bharat

भारत-रूस के बीच व्यापार कारोबार 35 बिलियन डालर से ज्यादा : डेनिस मंटुरोव

author img

By

Published : Apr 18, 2023, 7:45 PM IST

रूस के डिप्टी पीएम डेनिस मंटुरोव भारत के दौरे पर हैं. डेनिस मंटुरोव ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की. वहीं, नई दिल्ली में 24वीं अंतरसरकारी रूस-भारत आयोग की बैठक में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया. ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता चंद्रकला चौधरी की रिपोर्ट.

India and Russia
डेनिस मंटुरोव के साथ पुतिन

नई दिल्ली: रूस के व्यापार और उद्योग मंत्री और डिप्टी पीएम डेनिस मंटुरोव (Denis Manturov) ने मंगलवार को कहा कि भारत और रूस के बीच व्यापार का कारोबार 35 अरब डॉलर से अधिक हो गया है.

मंटुरोव ने आज नई दिल्ली में सुषमा स्वराज भवन में आयोजित 24वीं अंतरसरकारी रूस-भारत आयोग की बैठक में यह बात कही. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने किया. बैठक के दौरान, परमाणु ऊर्जा, कृषि, परिवहन, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और संस्कृति सहित व्यापार, वित्त, उद्योग और ऊर्जा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर विचार किया गया.

रूसी व्यापार मंत्री ने दोहराया कि रूस और भारत के बीच संबंध सभी दिशाओं में उत्तरोत्तर विकसित हो रहे हैं, उन्होंने कहा कि 2022 में, नकारात्मक बाहरी कारकों के बावजूद रूसी-भारतीय व्यापार में सकारात्मक गतिशीलता बनी रही.

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी उप प्रधान मंत्री की यात्रा हो रही है. रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से भारत और रूस के बीच व्यापार संबंध फल-फूल रहे हैं. भारत ने बराबर रूस से तेल खरीदना जारी रखा है.

डेनिस मंटुरोव ने कहा कि 'पिछले वर्ष के परिणामों के अनुसार, दोनों देशों के बीच व्यापार का कारोबार 2.6 गुना बढ़कर 35 अरब डॉलर से अधिक हो गया. हमने 2025 तक 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के स्तर तक पहुंचने के लक्ष्य को पहले ही पूरा कर लिया है.'

बैठक के बाद मंटुरोव और विदेश मंत्री जयशंकर ने रूस-भारतीय आईजीसी की 24वीं बैठक के अंतिम प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए. बाद में आज रूसी व्यापार मंत्री ने भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और रुपये-रूबल के व्यापार पर चर्चा की. इस बात पर जोर दिया कि यह दोनों देशों के लिए फायदेमंद है और दोनों देशों के बीच व्यापार को सुरक्षित करेगा.

इससे पहले सोमवार को रूस और भारत ने मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत तेज करने की योजना बनाई. सोमवार को विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और रूसी और भारतीय व्यापार मंच के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान मंटुरोव ने कहा कि दोनों देशों के बाजारों में उत्पादों की पारस्परिक पहुंच के मुद्दों से विशेष महत्व जुड़ा हुआ है.

मंटुरोव ने कहा कि 'यूरेशियन आर्थिक आयोग के साथ मिलकर, मुक्त व्यापार समझौते को समाप्त करने के लिए भारत के साथ बातचीत को तेज करने की योजना है.'

इस बीच, ईएएम जयशंकर ने कहा कि सरकार रूस के साथ एक व्यापार संधि पर अग्रिम समझौता कर रही है जो द्विपक्षीय निवेश की गारंटी देगी और रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से फल-फूल रहे वाणिज्यिक और व्यापार संबंधों को मजबूत करेगी. भारत ने अपने मजबूत रक्षा सहयोग को देखते हुए आक्रमण के लिए रूस की खुले तौर पर आलोचना नहीं की है. रूस भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना सैन्य उपकरण आपूर्तिकर्ता है.

पढ़ें- SCO Members Meeting: भारत, रूस ने सुरक्षा के क्षेत्र में अधिक सहयोग के तरीकों की रूपरेखा की तैयार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.