नई दिल्ली: तिहाड़ जेल में बंद इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी यासीन भटकल को अंग्रेजी दवा की जगह यूनानी दवा चाहिए. उसने जेल प्रशासन को पत्र लिखकर यूनानी वैद्य से इलाज करवाने की मांग की है. उसे अंग्रेजी दवा से ज्यादा यूनानी दवाइयों पर भरोसा है. जेल प्रशासन की तरफ से फिलहाल उसकी मांग पर विचार किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार यासीन भटकल इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकी है. देश के कई राज्यों में वह बम धमाकों में शामिल रहा है. दिल्ली में वर्ष 2008 में हुए सीरियल बम धमाकों में भी उसकी भूमिका रही है. वर्ष 2013 में उसे भारत-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था. उस समय से वह तिहाड़ जेल में बंद है.
फिलहाल उसे तिहाड़ जेल संख्या 2 की हाई रिस्क वार्ड में रखा गया है. यहां पर आतंकियों एवं कुख्यात बदमाशों को रखा जाता है. इसी जगह पर अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन भी बंद है.
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तिहाड़ सूत्रों ने बताया कि यासीन भटकल को पहले से ही यूनानी इलाज पर भरोसा रहा है. फरारी के दौरान वह खुद भी यूनानी डॉक्टर बनकर रहता था. जेल के भीतर जाने के बाद भी उसे अंग्रेजी दवाइयों से ज्यादा यूनानी दवाइयों पर भरोसा है.
यही वजह है कि उसने जेल प्रशासन को पत्र लिखकर बीमारी में यूनानी वैद्य से उपचार करवाने की मांग रखी है. जेल प्रशासन की माने तो उसे कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन अपनी सामान्य बीमारियों के लिए भी वह यूनानी वैद्य से ही अपना उपचार करवाना चाहता है. फिलहाल उसकी मांग को लेकर वरिष्ठ अधिकारी विचार कर रहे हैं.