पालतू खरगोशों को होती है ज्यादा देखभाल की जरूरत

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Published : Dec 3, 2021, 9:00 PM IST

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यदि आप खरगोश को पालने का विचार बना रहें है जो बहुत जरूरी है खरगोश पालन को लेकर पूरी जानकारी ले ली जाए. क्योंकि उन्हे कुत्तों या बिल्ली के मुकाबले ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है.

जब भी पालतू जानवरों को खरीदने की बात होती है तो अधिकांश लोग कुत्ता या बिल्ली को प्राथमिकता देते हैं. लेकिन छोटे-छोटे खरगोशों को भी पालना आजकल का ट्रेंड का बन रहा है. ज्यादातर ऐसे लोग जिनके घरों में छोटे बच्चे हैं खरगोश पालना पसंद करते हैं.

यूं तो खरगोश देखने में बहुत छोटे होते हैं लेकिन घर में रहने वाले खरगोशों को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है क्योंकि उनकी प्रकृति स्वच्छंद यानी उन्हे खुले में स्वतंत्र रूप से रहने की होती है. इसलिए यदि खरगोश को घर में पालना है तो उन्हें अन्य पालतू जानवरों के मुकाबले ज्यादा ध्यान देने की जरूरत पड़ती है.

चूंकि खरगोश प्रकृति से बहुत चंचल होते हैं इसलिए उन्हें पालने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है, जैसे उनके रहने का स्थान कैसा होना चाहिए, उनके लिए कौन सा आहार सही है, उन्हें कितने अंतराल पर नहलाना चाहिए तथा उन्हे किस प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं व उनसे उन्हे कैसे बचाया जा सकता है.

वैक्सीनेशन जरूरी

आगरा के पशु चिकित्सक डॉ राजीव अग्रवाल बताते हैं कि आमतौर पर एक खरगोश 8 से 12 वर्ष तक जीवित रहता है. यदि कोई भी व्यक्ति शिशु खरगोश को पालना शुरू करता है तो बहुत जरूरी है कि उसका वैक्सीनेशन अवश्य करवाए. विशेष तौर पर उन्हें मैक्सेमेटोसिस बीमारी से बचाव के लिए टीका लगाना बहुत जरूरी होता है.

साफ सफाई जरूरी

यूं तो खरगोश स्वयं अपनी सफाई कर लेते हैं लेकिन पालतू खरगोश घर में मनुष्यों विशेषकर बच्चों के साथ रहते हैं इसलिए किसी भी प्रकार के संक्रमण या समस्या से बचाने के लिए उनकी नियमित साफ-सफाई जरूरी है. चूंकि खरगोश के शरीर पर बाल ज्यादा होते हैं इसलिए नियमित तौर पर उसके बालों में ब्रश करना जरूरी होता है . पालतू खरगोशों को नियमित अंतराल पर नहलाना भी जरूरी होता है. खरगोश के दांत बहुत तीखे होते हैं, जिसके चलते वह किसी भी चीज को कुतर या काट सकते हैं. ऐसे में उन्हे खेलने के लिए ऐसे खिलौने या उत्पाद देने चाहिए, जिनको वह चबा सके और जो उन्हें नुकसान भी ना पहुंचाएं. पेट शॉप पर आजकल ऐसे बहुत से उत्पाद मिलते हैं जो उनकी दांतो की खुजली को शांत करने में मदद कर सकते हैं.

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इसके अलावा यदि घर में खरगोश हो तो जमीन पर ऐसी चीजों को रखने से बचना चाहिए जिनको वह सरलता से काट सकता है. विशेषतौर पर जमीन पर बिजली के या अन्य प्रकार के तार या केबल वायर हो तो सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें इस प्रकार से समेट दें कि वह खरगोश के रास्ते में ना आएं और खरगोश उन्हें काट ना पाए.

खेलने का मौका दें

डॉ राजीव बताते हैं कि खरगोश की प्रकृति खेलने वाली तथा उछलने कूदने वाली होती है इसलिए उनको हमेशा पिंजरे में बंद करके ना रखा जाए. समय-समय पर उनको घर में या खुले में खेलने का मौका देना चाहिए ऐसा करना उनकी सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है. खरगोश का पिंजरा भी आकार में बड़ा होना चाहिए. इसके अलावा खरगोशों को काफी ज्यादा गोद में लिया जाना पसंद नहीं होता है इसलिए जब भी उन्हें कडलिंग करने यानी गोद में लेने या प्यार करने का मन करें तो उन्हें जबरदस्ती गोद में लेकर अपना प्यार ना जताएं , पहले उनका मूड भाँपे अन्यथा वे काट भी सकते हैं.

खाने की सही आदतें डालें

खरगोशों को खाने में सब्जियां विशेषकर उबली हुई सब्जियां पसंद आती हैं. लेकिन जरूरी है कि उनके खाने का स्थान नियत हो. यानी उनके खाने का बरतन तथा पानी का बर्तन एक ही स्थान पर रखा जाए . ऐसा करने से उनमें जगह-जगह पर पड़ी चीजे ना खाने की आदत विकसित होती है. यूं तो खरगोशों को खाना जमीन पर फैला-फैला कर खाने की आदत होती है लेकिन यदि चपटी प्लेट पर खरगोशों को खाना दिया जाए तो वह खाने को कम फैलाएंगे . इसके अलावा उनके बर्तन का पानी नियमित अंतराल पर बदलना जरूरी होता है.

गतिविधियों पर ध्यान दें

पालतू जानवर चाहे कोई भी हो , चूंकि वह बोल कर अपनी समस्या नही बता पाता है. इसलिए जरूरी है कि उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जाए. यदि उसके व्यवहार में आपकों परिवर्तन नजर आता है या सुस्ती नजर आती है, या फिर वह भोजन कम करने लगता है या छोड़ देता है, या उसकी त्वचा में किसी प्रकार की समस्या नजर आती है तो तत्काल जानवरों के चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.

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