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MP इलेक्शन राउंड अप... MP में हुआ 76.01 फीसदी मतदान, जानिए कहां हुई बंपर वोटिंग, कहां हुई हिंसा

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 17, 2023, 8:27 PM IST

Updated : Nov 18, 2023, 8:05 AM IST

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए शुक्रवार शाम 6 बजे के बाद मतदान समाप्त हुआ और 2533 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया. फिलहाल एमपी में 76.01 फीसदी टोटल मतदान हुआ है. यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. कहा जा रहा है कि इस बार एमपी में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं ने ज्यादा वोट डाले हैं

MP Assembly 2023
ईवीएम में कैद हुई किस्मत

भोपाल। एमपी के पांच करोड़ 61 लाख मतदाताओं ने 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट किया. शहरी इलाकों के मुकाबले ग्रामीण हिस्से और बड़े शहरों के मुकाबले छोटे जिले लोकतंत्र के अपने सबसे बड़े अधिकार को लेकर ज्यादा जागरुक दिखाई दिए. शाजापुर में 80 फीसदी और नीमच में 81 फीसदी लोगों ने वोट किया. आदिवासी इलाकों में में भी वोटिंग परसेंटेज 70 फीसदी के पार रहा है. इस बार महिला वोटर पर दोनों ही दलों की निगाह थी. महिला वोटर ने भी चुनाव में दिलचस्पी दिखाई और महिला वोटिंग में पुरुषों से आगे निकल गईं.

एमपी में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत ज्यादा है, 76.01 फीसदी टोटल मतदान हुआ है. मतदान प्रतिशत के आंकड़ों में अपडेशन अभी भी जारी है, जो आगे बढ़ सकता है. एमपी में ये पहला चुनाव है, जब ग्वालियर चंबल से निकलकर हिंसा की घटनाएं मालवा, महाकौशल और बुंदेलखंड से भी सुनाई दी. पूरे चुनाव में हाईप्रोफाईल सीट बनी रही दिमनी वोटिंग के दिन भी गोलीबारी के साथ गर्माती रही.

वोटिंग के दिन एमपी में बिहार सा सीन: आमतौर पर शांति पूर्ण मतदान के लिए जाने जाते रहे एमपी में ये पहला चुनाव होगा. जब हिंसा की घटनाओं के लिए ग्वालियर चंबल ही दर्ज नहीं हुआ. बुंदेलखंड में से लेकर मालवा और महाकौशल तक हिंसा हुई. वोटिंग खत्म होते तक जबलपुर पूर्व विधानसभा में गोली चल गई. इसके पहले भी यहां लाठीचार्ज हुआ. मुरैना में भाजपा समर्थक पूर्व सरपंच खेमसिंह को गोली मार दी गई. बाइक सवार आधा दर्जन युवकों ने गोली चलाई. गोली मारने की वजह चुनावी रंजिश बताई जा रही है.

भोपाल की नरेला विधानसभा के बाग दिलकुशा में वोटिंग के दौरान अज्ञात युवकों ने पथराव कर दिया. इससे पोलिंग एजेंट बाल-बाल बच गए. जबकि उनकी गाड़ियों के कांच फूट गए. इससे पहले नरेला के ही ऐशबाग इलाके में हिंद काॅन्वेंट स्कूल के मतदान केंद्र पर भाजपा उम्मीदवार विश्वास सारंग की कांग्रेस कार्यकर्ता से बहस हो गई. उन्होंने कुछ कहते हुए उसका हाथ झटक दिया.

इसके बाद विश्वास के समर्थक उस युवक को खींचते हुए ले गए और चांटे मारे. भोपाल के आरिफ नगर स्थित सहारा पोलिंग बूथ पर भी हंगामा हुआ है. यहां भाजपा प्रत्याशी आलोक शर्मा जब मतदान केंद्र पर पहुंचे तो कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए. वहीं, गोविंदपुरा विधानसभा के आनंद नगर में भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प हुई है. जिसमें कांग्रेस के पोलिंग बूथ एजेंट अजय साहू के हाथ में चोटें आई हैं.

किन जिलों ने वोटिग में बाजी मारी: इस बार बड़े शहरों के मुकाबले छोटे जिले चुनाव को लेकर ज्यादा उत्साह में और जागरुक दिखाई दिए. बात करें वोटिंग प्रतिशत की तो सबसे ज्यादा वोटिंग शाजापुर जिले में हुई, जहां पर 84.99 फीसदी लोगों मतदान किया. वहीं चंबल में भिंड जिले में सबसे कम 58.71 प्रतिशत रहा. आदिवासी बाहुल्य अलिराजपुर में 60.10 प्रतिशत रहा, भोपाल में 64.32 प्रतिशत रहा. इसके बाद रात 10 बजे तक नया आकड़ी सामने आया जहां कहा गया कि आगर मालवा 83.31 प्रतिशत, अनूपपुर 77.03 प्रतिशत, अलीराजपुर 60.10 प्रतिशत, अशोक नगर 75.78 प्रतिशत, इंदौर उज्जैन 74.02 प्रतिशत, उमरिया 76. 57 प्रतिशत, कटनी 72.08 प्रतिशत, खंडवा 69.99 प्रतिशत, खरगोन 76.31 प्रतिशत, ग्वालियर 63.31 प्रतिशत, छतरपुर 69.58 प्रतिशत, छिंदवाड़ा 81.46 प्रतिशत, जबलपुर 74.30 प्रतिशत, झाबुआ 73.10 प्रतिशत, डिंडोरी 78.3 प्रतिशत मतदान हुआ.

इसी के साथ दतिया 75.02 प्रतिशत, देवास 88.42 धार प्रतिशत, नरसिंहपुर 77.44 प्रतिशत, निवाड़ी 79.85 प्रतिशत, नीमच 83.30 प्रतिशत, पन्ना 73.14 प्रतिशत, बड़वानी 74.70 प्रतिशत, बालाघाट 80.54 प्रतिशत, बुरहानपुर 76.68 प्रतिशत, बैतूल 73.96 प्रतिशत, भिंड 58.71 प्रतिशत, भोपाल 64.32 प्रतिशत, मंदसौर 82.005 प्रतिशत, मंडल 81.007 प्रतिशत, मुरैना 66.83 प्रतिशत, रतलाम 80.2 प्रतिशत, राजगढ़ 82.3 प्रतिशत, रायसेन 79.41 प्रतिशत, रीवा 66.85 प्रतिशत, विदिशा 78.31 प्रतिशत, शहडोल 84.99 प्रतिशत, शिवपुरी 74.71 प्रतिशत, सागर 75.64 प्रतिशत, सिंगरौली 74.43 प्रतिशत, सिवनी 82.68 प्रतिशत, सीधी 69.73 प्रतिशत, सीहोर 81.4 प्रतिशत, हरदा 81.89 प्रतिशत और होशंगाबाद 79.83 प्रतिशत वोट डाले गए.

शहरी वोटर ने क्यों कम किया वोट: चुनाव आयोग के लगातार अभियान चलाने के बावजूद एमपी मे शहरी वोटर ने वोटिंग में उतनी दिलचस्पी नहीं दिखाई पांच बजे तक आंकड़ा देखें तो बड़े शहरो में भोपाल में 59 फीसदी मतदान हुआ. जबकि ग्वालियर में 61 फीसदी इंदौर में 64 फीसदी और जबलपुर में 66 फीसदी तक मतदान पहुचा. जबकि शहरी इलाकों में मुद्दो को लेकर समझ भी ज्यादा है. जागरुकता भी ज्यादा इसके बाद भी जिस तादात में वोट डालने घऱो से लोग निकलने चाहिए थे लोग नहीं निकले.

सबसे ज्यादा शाजापुर में हुई वोटिंग: बता दें सबसे ज्यादा वोटिंग शाजापुर जिले में हुई. यहां पर 84.99 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं चंबल में भिंड जिले में सबसे कम 58.71 प्रतिशत रहा. आदिवासी बाहुल्य अलिराजपुर में 60.10 प्रतिशत रहा. भोपाल में 64.32 प्रतिशत रहा.

कहां कितनी हुई वोटिंग:

आगर मालवा 83.31, अनूपपुर 77.03, अलीराजपुर 60.10, अशोक नगर 75.78, इंदौर उज्जैन 74.02, उमरिया 76.57, कटनी 72.08, खंडवा 69.99, खरगोन 76.31, ग्वालियर 67.01, छतरपुर 69.58, छिंदवाड़ा 81.46, जबलपुर 74.30, झाबुआ 73.10, डिंडोरी 78.3, दतिया 75.02, देवास 88.42, धार 46.44, नरसिंहपुर 77.44, निवाड़ी 79.85, नीमच 83.30, पन्ना 73.14, बड़वानी 74.70, बालाघाट 80.54, बुरहानपुर 76.68, बैतूल 73.96, भिंड 58.71, भोपाल 64.32, मंदसौर 82.005, मंडल 81.007, मुरैना 66.83, रतलाम 80.2, राजगढ़ 82.3, रायसेन 79.41, रीवा 66.85, विदिशा 78.31, शहडोल 84.99, शिवपुरी 74.71, सागर 75.64, सिंगरौली 74.43, सिवनी 82.68, सीधी 69.73, सीहोर 81.4, हरदा 81.89, होशंगाबाद 79.83,

यहां पढ़ें...

कांग्रेस ने चुनाव आयोग मे 200 शिकायतें दर्ज कराईं: कांग्रेस ने चुनाव की मॉनिटरिंग के लिए पीसीसी में कंट्रोल रुम बनाया था. जहां पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत वरिष्ठ नेता एवं अधिवक्ताओं की टीम ने प्रदेश भर से शिकायतों को सुना और अधिकारियों से उचित कार्रवाई करने के लिए संवाद किया. इस दौरान 200 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई. जिनकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की गई. इसके अतिरिक्त कांग्रेस पार्टी ने 15 जघन्य मामलों की शिकायत निर्वाचन आयोग से की है.

भोपाल। एमपी के पांच करोड़ 61 लाख मतदाताओं ने 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट किया. शहरी इलाकों के मुकाबले ग्रामीण हिस्से और बड़े शहरों के मुकाबले छोटे जिले लोकतंत्र के अपने सबसे बड़े अधिकार को लेकर ज्यादा जागरुक दिखाई दिए. शाजापुर में 80 फीसदी और नीमच में 81 फीसदी लोगों ने वोट किया. आदिवासी इलाकों में में भी वोटिंग परसेंटेज 70 फीसदी के पार रहा है. इस बार महिला वोटर पर दोनों ही दलों की निगाह थी. महिला वोटर ने भी चुनाव में दिलचस्पी दिखाई और महिला वोटिंग में पुरुषों से आगे निकल गईं.

एमपी में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत ज्यादा है, 76.01 फीसदी टोटल मतदान हुआ है. मतदान प्रतिशत के आंकड़ों में अपडेशन अभी भी जारी है, जो आगे बढ़ सकता है. एमपी में ये पहला चुनाव है, जब ग्वालियर चंबल से निकलकर हिंसा की घटनाएं मालवा, महाकौशल और बुंदेलखंड से भी सुनाई दी. पूरे चुनाव में हाईप्रोफाईल सीट बनी रही दिमनी वोटिंग के दिन भी गोलीबारी के साथ गर्माती रही.

वोटिंग के दिन एमपी में बिहार सा सीन: आमतौर पर शांति पूर्ण मतदान के लिए जाने जाते रहे एमपी में ये पहला चुनाव होगा. जब हिंसा की घटनाओं के लिए ग्वालियर चंबल ही दर्ज नहीं हुआ. बुंदेलखंड में से लेकर मालवा और महाकौशल तक हिंसा हुई. वोटिंग खत्म होते तक जबलपुर पूर्व विधानसभा में गोली चल गई. इसके पहले भी यहां लाठीचार्ज हुआ. मुरैना में भाजपा समर्थक पूर्व सरपंच खेमसिंह को गोली मार दी गई. बाइक सवार आधा दर्जन युवकों ने गोली चलाई. गोली मारने की वजह चुनावी रंजिश बताई जा रही है.

भोपाल की नरेला विधानसभा के बाग दिलकुशा में वोटिंग के दौरान अज्ञात युवकों ने पथराव कर दिया. इससे पोलिंग एजेंट बाल-बाल बच गए. जबकि उनकी गाड़ियों के कांच फूट गए. इससे पहले नरेला के ही ऐशबाग इलाके में हिंद काॅन्वेंट स्कूल के मतदान केंद्र पर भाजपा उम्मीदवार विश्वास सारंग की कांग्रेस कार्यकर्ता से बहस हो गई. उन्होंने कुछ कहते हुए उसका हाथ झटक दिया.

इसके बाद विश्वास के समर्थक उस युवक को खींचते हुए ले गए और चांटे मारे. भोपाल के आरिफ नगर स्थित सहारा पोलिंग बूथ पर भी हंगामा हुआ है. यहां भाजपा प्रत्याशी आलोक शर्मा जब मतदान केंद्र पर पहुंचे तो कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए. वहीं, गोविंदपुरा विधानसभा के आनंद नगर में भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प हुई है. जिसमें कांग्रेस के पोलिंग बूथ एजेंट अजय साहू के हाथ में चोटें आई हैं.

किन जिलों ने वोटिग में बाजी मारी: इस बार बड़े शहरों के मुकाबले छोटे जिले चुनाव को लेकर ज्यादा उत्साह में और जागरुक दिखाई दिए. बात करें वोटिंग प्रतिशत की तो सबसे ज्यादा वोटिंग शाजापुर जिले में हुई, जहां पर 84.99 फीसदी लोगों मतदान किया. वहीं चंबल में भिंड जिले में सबसे कम 58.71 प्रतिशत रहा. आदिवासी बाहुल्य अलिराजपुर में 60.10 प्रतिशत रहा, भोपाल में 64.32 प्रतिशत रहा. इसके बाद रात 10 बजे तक नया आकड़ी सामने आया जहां कहा गया कि आगर मालवा 83.31 प्रतिशत, अनूपपुर 77.03 प्रतिशत, अलीराजपुर 60.10 प्रतिशत, अशोक नगर 75.78 प्रतिशत, इंदौर उज्जैन 74.02 प्रतिशत, उमरिया 76. 57 प्रतिशत, कटनी 72.08 प्रतिशत, खंडवा 69.99 प्रतिशत, खरगोन 76.31 प्रतिशत, ग्वालियर 63.31 प्रतिशत, छतरपुर 69.58 प्रतिशत, छिंदवाड़ा 81.46 प्रतिशत, जबलपुर 74.30 प्रतिशत, झाबुआ 73.10 प्रतिशत, डिंडोरी 78.3 प्रतिशत मतदान हुआ.

इसी के साथ दतिया 75.02 प्रतिशत, देवास 88.42 धार प्रतिशत, नरसिंहपुर 77.44 प्रतिशत, निवाड़ी 79.85 प्रतिशत, नीमच 83.30 प्रतिशत, पन्ना 73.14 प्रतिशत, बड़वानी 74.70 प्रतिशत, बालाघाट 80.54 प्रतिशत, बुरहानपुर 76.68 प्रतिशत, बैतूल 73.96 प्रतिशत, भिंड 58.71 प्रतिशत, भोपाल 64.32 प्रतिशत, मंदसौर 82.005 प्रतिशत, मंडल 81.007 प्रतिशत, मुरैना 66.83 प्रतिशत, रतलाम 80.2 प्रतिशत, राजगढ़ 82.3 प्रतिशत, रायसेन 79.41 प्रतिशत, रीवा 66.85 प्रतिशत, विदिशा 78.31 प्रतिशत, शहडोल 84.99 प्रतिशत, शिवपुरी 74.71 प्रतिशत, सागर 75.64 प्रतिशत, सिंगरौली 74.43 प्रतिशत, सिवनी 82.68 प्रतिशत, सीधी 69.73 प्रतिशत, सीहोर 81.4 प्रतिशत, हरदा 81.89 प्रतिशत और होशंगाबाद 79.83 प्रतिशत वोट डाले गए.

शहरी वोटर ने क्यों कम किया वोट: चुनाव आयोग के लगातार अभियान चलाने के बावजूद एमपी मे शहरी वोटर ने वोटिंग में उतनी दिलचस्पी नहीं दिखाई पांच बजे तक आंकड़ा देखें तो बड़े शहरो में भोपाल में 59 फीसदी मतदान हुआ. जबकि ग्वालियर में 61 फीसदी इंदौर में 64 फीसदी और जबलपुर में 66 फीसदी तक मतदान पहुचा. जबकि शहरी इलाकों में मुद्दो को लेकर समझ भी ज्यादा है. जागरुकता भी ज्यादा इसके बाद भी जिस तादात में वोट डालने घऱो से लोग निकलने चाहिए थे लोग नहीं निकले.

सबसे ज्यादा शाजापुर में हुई वोटिंग: बता दें सबसे ज्यादा वोटिंग शाजापुर जिले में हुई. यहां पर 84.99 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं चंबल में भिंड जिले में सबसे कम 58.71 प्रतिशत रहा. आदिवासी बाहुल्य अलिराजपुर में 60.10 प्रतिशत रहा. भोपाल में 64.32 प्रतिशत रहा.

कहां कितनी हुई वोटिंग:

आगर मालवा 83.31, अनूपपुर 77.03, अलीराजपुर 60.10, अशोक नगर 75.78, इंदौर उज्जैन 74.02, उमरिया 76.57, कटनी 72.08, खंडवा 69.99, खरगोन 76.31, ग्वालियर 67.01, छतरपुर 69.58, छिंदवाड़ा 81.46, जबलपुर 74.30, झाबुआ 73.10, डिंडोरी 78.3, दतिया 75.02, देवास 88.42, धार 46.44, नरसिंहपुर 77.44, निवाड़ी 79.85, नीमच 83.30, पन्ना 73.14, बड़वानी 74.70, बालाघाट 80.54, बुरहानपुर 76.68, बैतूल 73.96, भिंड 58.71, भोपाल 64.32, मंदसौर 82.005, मंडल 81.007, मुरैना 66.83, रतलाम 80.2, राजगढ़ 82.3, रायसेन 79.41, रीवा 66.85, विदिशा 78.31, शहडोल 84.99, शिवपुरी 74.71, सागर 75.64, सिंगरौली 74.43, सिवनी 82.68, सीधी 69.73, सीहोर 81.4, हरदा 81.89, होशंगाबाद 79.83,

यहां पढ़ें...

कांग्रेस ने चुनाव आयोग मे 200 शिकायतें दर्ज कराईं: कांग्रेस ने चुनाव की मॉनिटरिंग के लिए पीसीसी में कंट्रोल रुम बनाया था. जहां पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत वरिष्ठ नेता एवं अधिवक्ताओं की टीम ने प्रदेश भर से शिकायतों को सुना और अधिकारियों से उचित कार्रवाई करने के लिए संवाद किया. इस दौरान 200 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई. जिनकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की गई. इसके अतिरिक्त कांग्रेस पार्टी ने 15 जघन्य मामलों की शिकायत निर्वाचन आयोग से की है.

Last Updated : Nov 18, 2023, 8:05 AM IST
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