ETV Bharat / bharat

सरकार का इंटरनेट कॉलिंग, मैसेजिंग ऐप को दूरसंचार लाइसेंस के तहत लाने का प्रस्ताव

author img

By

Published : Sep 23, 2022, 12:52 PM IST

Updated : Sep 23, 2022, 1:21 PM IST

व्हॉट्सएप, जूम और गूगल डुओ जैसी ओटीटी कंपनियों को देश में परिचालन के लिये लाइसेंस की जरूरत हो सकती है. दूरसंचार विधेयक के मसौदे में यह प्रस्ताव लाया गया है.

Govt proposes to bring internet calling, messaging app under telecom license
सरकार का इंटरनेट कॉलिंग, मैसेजिंग ऐप को दूरसंचार लाइसेंस के तहत लाने का प्रस्ताव

नई दिल्ली: इंटरनेट के जरिये कॉल करने और संदेश आदान-प्रदान की सुविधा देने वाली व्हॉट्सएप, जूम और गूगल डुओ जैसी 'ओवर द टॉप' (ओटीटी) कंपनियों को देश में परिचालन के लिये लाइसेंस की जरूरत हो सकती है. दूरसंचार विधेयक के मसौदे में यह प्रस्ताव किया गया है. दूरसंचार विधेयक-2022 के मसौदे में ओटीटी को दूरसंचार सेवा के हिस्से के रूप में शामिल किया गया है.

बुधवार को जारी विधेयक के मसौदे के अनुसार, 'दूरसंचार सेवाओं और दूरसंचार नेटवर्क को लेकर संबंधित कंपनियों को लाइसेंस लेना होगा. सरकार ने विधेयक में दूरसंचार और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के लिये शुल्क और जुर्माना माफ करने के प्रावधान का प्रस्ताव किया है. मंत्रालय ने दूरसंचार या इंटरनेट प्रदाता के अपना लाइसेंस वापस करने की स्थिति में भी शुल्क वापस करने के प्रावधान का प्रस्ताव किया है.

ये भी पढ़ें- नर्मदा परियोजना: सुप्रीम कोर्ट में विस्थापितों का मुआवजा बढ़ाने की मांग करने वाली याचिका खारिज

दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच पर लिखा है, 'भारतीय दूरसंचार विधेयक-2022 के मसौदे पर आपके विचार चाहिए.' उन्होंने विधेयक के मसौदे का ‘लिंक’ भी साझा किया है. इस पर 20 अक्टूबर तक टिप्पणी दी जा सकती है. विधेयक के मसौदे के अनुसार, केंद्र सरकार दूरसंचार नियमों के तहत किसी भी लाइसेंस धारक या पंजीकृत संस्था के लिए ‘आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से किसी भी शुल्क को माफ कर सकती है. इसमें प्रवेश शुल्क, लाइसेंस शुल्क, पंजीकरण शुल्क या कोई अन्य शुल्क या ब्याज, अतिरिक्त शुल्क अथवा जुर्माना शामिल है.

Last Updated :Sep 23, 2022, 1:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.