ETV Bharat / bharat

हिमाचल प्रदेश : जांस्कर के 'दशरथ मांझी' को मिलेगा पद्मश्री अवॉर्ड

author img

By

Published : Jan 29, 2021, 1:24 PM IST

padma shri award
पद्मश्री अवॉर्ड

70 साल के लामा छुटलिन छोंजोर को पद्मश्री से नवाजा जाएगा. दशरथ मांझी के नाम से मशहूर लामा छुटलिन ने भी ग्रामीण लोगों की तकलीफ को दूर करने के लिए पहाड़ काटकर खुद ही सड़क बना डाली थी. बीआरओ ने भी जांस्कर घाटी को लाहौल से जोड़ने के लिए शिंकुला दर्रे से सड़क बनाने का कार्य शुरू कर दिया.

लाहौल (हिमाचल प्रदेश) : जांस्कर के दशरथ मांझी के नाम से पहचाने जाने वाले 70 साल के लामा छुटलिन छोंजोर को पद्मश्री से नवाजा जाएगा. दशरथ मांझी के नाम से मशहूर लामा छुटलिन ने भी ग्रामीण लोगों की तकलीफ को दूर करने के लिए पहाड़ काटकर खुद ही सड़क बना डाली थी. यह सड़क करीब 38 किलोमीटर लंबी है. इस काम के लिए उन्हें अपनी जमीन जयदाद भी बेच दी.

padma shri award
आरओ की टीम के साथ लामा छोंजोर

हिमाचल में भी खुशी की लहर
दारचा से शिंकुला दर्रा होकर गुजरने वाली इस सड़क को लेह लद्दाख के कारगिल जिला के उपमंडल जंस्कार के पहले गांव करग्या तक बनाया गया है. पहली बार लामा छोंजोर जीप लेकर करग्या गांव पहुंचे थे तो ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था. हिमालय क्षेत्र के दशरथ मांझी कहलाए जाने वाले लद्दाख के जनजातीय क्षेत्र जांस्कर के बुजुर्ग लामा छोंजोर को पद्मश्री मिलने पर जांस्कर घाटी के साथ-साथ हिमाचल में खुशी की लहर है.

लोगों ने उड़ाया था मजाक
आजादी के सात दशक बीत जाने पर भी जब जांस्कर घाटी सड़क मार्ग से महरूम रह गई तो लामा ने खुद ही इस दिशा में पहल शुरू कर दी. शुरूआती दिनों में तो लोग लामा छोंजोर को मजाक में लेने लगे, लेकिन जब लामा ने अपने सीमित संसाधनों से दारचा से शिंकुला की ओर ट्रैक तैयार कर लिया तो सभी हैरान रह गए. लामा बिना किसी की मदद के अपने सपनों को साकार करने में जुटे रहे. हौसले व हिम्मत के चलते लामा का सपना साकार हो गया और बीआरओ ने भी जांस्कर घाटी को लाहौल से जोड़ने के लिए शिंकुला दर्रे से सड़क बनाने का कार्य शुरू कर दिया.

पढ़ें : फिल्म 'कागज' जैसा केस, 62 साल बाद बोला बुजुर्ग 'अभी जिंदा हूं साहब'

बीआरओ ने की थी प्रशंसा
तत्कालीन बीआरटीएफ कमांडर एसके दून ने लामा के कार्य को सराहा और इस सड़क निर्माण शुरू किया था. लाहौल की ओर जब बीआरओ शिंकुला पहुंच गया, तब भी लामा छोंजोर ने जांस्कर की तरफ से सड़क निर्माण का कार्य जारी रखा. लाहौल-स्पीति प्रशासन ने भी 15 अगस्त, 2016 को केलांग में लामा को सम्मानित किया था. पर्यटन और जांस्कर घाटी से जुड़े अन्य मामलों के कार्यकारी पार्षद फुंचोग टशी ने बताया कि लामा ने समस्त लद्दाख का नाम रोशन किया है. उन्होंने लामा को बधाई देते हुए कहा, जांस्कर घाटी सहित लद्दाख में खुशी का माहौल है. 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर लामा छुटलिन छोंजोर को पद्मश्री अवार्ड के लिए चयनित किया गया है.

हिमाचल को भी मिलेगा फायदा
लामा छोंजोर के बहाए गए खून-पसीने का फायदा हिमाचल को भी मिलेगा, क्योंकि सीमा सड़क संगठन अब दारचा-शिंकुला दर्रा सड़क परियोजना पर काम कर रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.