नई दिल्ली: दिल्ली के सिविल लाइन में मशहूर कारोबारी रामकिशोर अग्रवाल की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. वे अपने परिवार के साथ सिविल लाइन थाना इलाके में रहते थे. जब सुबह परिवार के लोग उठे तो देखा कि उनकी गर्दन और शरीर के अन्य भागों पर गहरे घाव हैं. कारोबारी को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया और घटना की सूचना सिविल लाइन थाना पुलिस को दी गई. डॉक्टरों ने अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुई है.
मृतक के पड़ोसी ने बताया कि सुबह परिवार के लोगों को घटना की जानकारी मिली. यह भी बताया गया कि कुछ लोग मृतक के घर से बाहर जाते हुए देखे गए थे और बदमाशों ने गार्ड को भी बंदूक दिखा जान से मारने की धमकी दी. परिवार के लोग पीड़ित को अस्पताल इलाज के लिए ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक इलाके के नामी-गिरामी बिल्डर थे. जैसे ही परिवार के अलावा अन्य लोगों को जानकारी मिली वैसे ही लोग इकट्ठा हो गए. सोसायटी के गार्ड के बयान के आधार पर पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है.
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि आज सुबह पुलिस को यह कॉल मिली थी. जब तक रामकिशोर अग्रवाल को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया था, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. रामकिशोर अग्रवाल घर के ग्राउंड फ्लोर पर अपने कमरे में सोते थे, जहां पर उनका शव मिला है. हत्या के बाद घर के अंदर सामान भी बिखरा हुआ मिला है, जबकि घर के ऊपर के फ्लोर पर रामकिशोर अग्रवाल का बेटा, बहू और बच्चे रहते हैं. अभी तक घटना को अंजाम देने वालों का सुराग नहीं लग पाया है.
यह भी पढ़ें-शादी में डांस के दौरान धक्का लगने से नाराज नाबालिग ने की हत्या
मामले का खुलासा सुबह तब हुआ जब गार्ड ने आकर दरवाजा खोला ओर देखा कि रामकिशोर खून से लथपथ कमरे में पड़े थे. गार्ड के बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कई एंगल से कर रही है. घर में वाकई किसी अनजान शख्स ने वारदात को अंजाम दिया है या पूरी वारदात में किसी जानकार के भी शामिल होने की आशंका है या मुखबिरी के आधार पर कारोबारी की हत्या की गई है. पूरा मामला पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएगा.