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#BoycottHyundai: सोशल मीडिया पर क्यों ट्रेंड करने लगा, जानें क्या है मामला

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Published : Feb 7, 2022, 7:41 PM IST

Updated : Feb 7, 2022, 10:42 PM IST

Pakistan Hyundai posted on social media
पाकिस्तान हुंडई ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट

पाकिस्तान द्वारा 5 फरवरी को कश्मीरी एकता दिवस मनाया जाता है. इसी दिन दक्षिण कोरिया की कार निर्माता कंपनी हुंडई (Hyundai) की पाकिस्तान यूनिट ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा - 'अपने कश्मीरी भाइयों के बलिदान को याद करें और उनके समर्थन में आगे आएं क्योंकि वो आजादी के लिए लगातार लड़ रहे हैं.' इसके बाद यह पोस्ट कंपनी के लिए गले की हड्डी बन गया. वहीं भारत में #BoycottHyundai ट्रेंड करने लगा और यूजर्स कंपनी को खरी-खोटी सुनाने लगे. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

हैदराबाद : पहले एक छोटी सी कहानी सुनिये... भारत नगर और पाकपुर नाम की दो बस्तियां थीं. जहां एक दुकानदार अपना सामान बेचता था. भारत नगर में पढ़े लिखे, सभ्य, मॉडर्न और कमाऊ लोग रहते थे, इसलिये उस दुकानदार के वहां अच्छे खासे ग्राहक थे. दूसरी तरफ पाकपुर में दकियानूसी सोच, चोरी-चकारी के लिए बदनाम, गरीबों की बस्ती थी. भारत नगर के मुकाबले यहां उस दुकानदार का सामान बहुत कम बिकता था. दोनों बस्तियों के विचार, व्यवस्था किसी भी स्तर पर मेल नहीं खाते थे, सो दोनों कालोनियों के लोगों की आपस में नहीं बनती थी. लेकिन दुकानदार अपना सामान दोनों कालोनियों में बेचता था.

इस बीच दुकानदार ने पाकपुर के लोगों को खुश करने के लिए वहां के एक जलसे के दौरान उनकी तारीफ में कुछ पोस्टर चस्पा कर दिए. माना गया कि दुकानदार ने ऐसा पाकपुर में अपनी दुकानदारी बढ़ाने के लिए किया लेकिन इससे भारत नगर के लोग गुस्सा हो गए. जहां उसके अच्छे खासे ग्राहक थे.

हुंडई पाकिस्तान का ट्वीट.
हुंडई पाकिस्तान का ट्वीट.

अब हकीकत पर आते हैं
कुछ लोग इस कहानी को पढ़ते ही समझ गए होंगे कि माजरा क्या है, जो नहीं समझे उन्हें हम बताते हैं. दरअसल ये कहानी नहीं एक हकीकत है जो बीते दो दिन से सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. कहानी में भारत नगर और पाकपुर, इंडिया और पाकिस्तान हैं और सामान बेचने वाला दुकानदार है दक्षिण कोरिया की कार निर्माता कंपनी हुंडई (Hyundai), जो अपनी कारें भारत और पाकिस्तान दोनों जगह बेचती है और भारत-पाकिस्तान के विचार, व्यवहार, रिश्ते के बारे में आप जानते ही हैं.

दरअसल 5 फरवरी को पाकिस्तान कश्मीरी एकता दिवस मनाता है. इसी दिन हुंडई कंपनी की पाकिस्तान यूनिट इतनी भावुक हो गई कि चाहे-अनचाहे सोशल मीडिया पर ऐसा पोस्ट कर दिया, जो अगले कुछ घंटों में उसके गले पड़ने वाला था. हुंडई पाकिस्तान ने इस पोस्ट में लिखा कि- अपने कश्मीरी भाईयों के बलिदान को याद करें और उनके समर्थन में आगे आएं क्योंकि वो आजादी के लिए लगातार लड़ रहे हैं.

दूध मांगोगे खीर देंगे, कश्मीर मांगोगे चीर देंगे
डायलॉग भले फिल्मी है लेकिन कश्मीर को लेकर भारत में इमोशन कुछ ऐसा ही रहा है और यकीन ना हो तो एक पोस्ट कश्मीर के पाकिस्तान से जुड़ाव के साथ करके देखिये, सोशल मीडिया का हर यूजर मानो 'गदर' फिल्म का तारा सिंह ( फिल्म में सनी देओल का किरदार) बन जाएगा और आप उनके लिए होंगे अशरफ अली (फिल्म में अमरीश पुरी का किरदार). फिर क्या आप देश भले ना छोड़ें लेकिन सोशल मीडिया से कुछ दिन के लिए तो तौबा कर ही लेंगे. खैर मजाक से इतर, हमारी सलाह है कि ऐसा बिल्कुल ना करें. क्योंकि यही गलती हुंडई पाकिस्तान ने कर दी थी.
5 फरवरी को कश्मीर को लेकर किया गया पोस्ट कंपनी के लिए गले की हड्डी बन गया. भारत में #BoycottHyundai ट्रेंड करने लगा और यूजर्स कंपनी को खरी-खोटी सुनाने लगे. ट्विटर पर बस #BoycottHyundai लिखिये और देखिये कि यूजर्स ने कंपनी को क्या कुछ नहीं कहा.

हुंडई ने पैर नहीं सिर पर कुल्हाड़ी मार ली है !
आजकल सोशल मीडिया का जमाना है जहां रातों रात किसी व्यक्ति विशेष, उत्पाद या कंपनी विशेष के खिलाफ मुहिम चल पड़ती है और इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है. बीते दिनों तनिष्क से लेकर फैब इंडिया के कपड़ों के कलेक्शन के विज्ञापन और डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी के मंगलसूत्र वाले विज्ञापन सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हुए. आलम ये रहा कि तनिष्क से लेकर फैब इंडिया जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियों ने बाजार में होने वाले नुकसान का अंदेशा लगाकर विज्ञापन हटा लिए.

क्या ऐसी ही गलती हुंडई ने भी की है ? हुंडई पाकिस्तान की तरफ से किए गिए सोशल मीडिया पोस्ट पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने कंपनी को आड़े हाथ लिया. #BoycottHyundai ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था, सभी यूजर्स ने कंपनी को खूब खरी खोटी सुनाई है.

Hyundai India ने दी सफाई
हुंडई पाकिस्तान की पोस्ट के बाद भारत में सोशल मीडिया पर बवाल कटा तो पाकिस्तान हुंडई के फैले रायते को समेटने के लिए हुंडई इंडिया को सफाई देनी पड़ी. हुंडई इंडिया ने ट्वीट कर लिखा कि हम 25 साल से ज्यादा से भारतीय बाजार में हैं और वह राष्ट्रीयता का सम्मान करने के विचार के साथ खड़ी है. हालांकि इस पोस्ट में ना तो पाकिस्तान हुंडई का जिक्र था और ना ही किसी तरफ की माफी का.

हुंडई इंडिया ने लिखा कि 'ह्यूंडई मोटर इंडिया को अनचाही सोशल मीडिया पोस्ट से न जोड़ें. भारत हुंडई का दूसरा घर है और हम ऐसे दृष्टिकोण की आलोचना करते हैं. हम भविष्य में भी भारत और इसके नागरिकों की बेहतरी के लिए काम करने को प्रतिबद्ध हैं.

हुंडई इंडिया का ट्वीट.
हुंडई इंडिया का ट्वीट.

ये बेवकूफी थी या मजबूरी ?
बात भले भारत नगर, पाकपुर और दुकानदार की कहानी की हो या फिर भारत-पाकिस्तान और हुंडई की सच्चाई की. दोनों में ही ये बेवकूफी कही जाएगी और पाकिस्तान में हुंडई के ऑफिस में बैठे कंपनी के किसी अधिकारी का अगर पाकिस्तान प्रेम जाग गया हो तो अब तक उसकी खटिया खड़ी भी हो चुकी होगी. अगर ऐसा हुआ है, तो भी इसे बेवकूफी ही कहेंगे.

अव्वल तो भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है, खुद हुंडई कंपनी के मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा भारत से आता है. दूसरा जब पूरी दुनिया भारत-पाकिस्तान और कश्मीर की बात जानती है तो ऐसे में एक मल्टीनेशनल कंपनी का मुनाफे को छोड़ सियासत में पड़ना बेवकूफी ही कहा जाएगा. आगे कुछ आंकड़े कंपनी की बेवकूफी को और पुख्ता करेंगे.

हुंडई इंडिया के ट्वीट पर अश्विन सांघी का ट्वीट.
हुंडई इंडिया के ट्वीट पर अश्विन सांघी का ट्वीट.

भारत में हुंडई
भारत की सड़कों पर मारुति सुजूकी के बाद हुंडई की कारें ही दौड़ती नजर आएंगी. कंपनी पिछले साल भारत में 25 साल पूरे कर चुकी है. इस दौरान कंपनी की कारों को भारतीय बाजार ने हाथों हाथ लिया है.
- 6 मई 1996 को हुंडई ने भारत में कारोबार शुरू किया था.
- दक्षिण कोरिया की ये कंपनी आज भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है.
- भारतीय कार बाजार में हुंडई की हिस्सेदारी करीब 17 फीसदी है.
- KIA की भी भारतीय कार बाजार में 5% से अधिक हिस्सेदारी है, KIA की पेरेंट कंपनी हुंडई ही है.
- कंपनी ने भारत में 4 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है.
- भारत में निर्माण और भारत से निर्यात भी करती है.
- हर साल 5 लाख से ज्यादा कारों की बिक्री और औसतन डेढ लाख से ज्यादा कारों का निर्यात
- 25 साल में कंपनी ने भारत से 88 देशों को 30 लाख से ज्यादा गाड़ियां एक्सपोर्ट की हैं.
- 25 साल में हुंडई भारत में 90 लाख से ज्यादा वाहनों की बिक्री कर चुकी है.
- SANTRO, GRAND i10 NIOS, all-new i20, AURA, VENUE, CRETA जैसी 10 कारें पोर्टफोलियो में हैं.
- भारत में कंपनी के 522 डीलर्स, करीब 1000 शोरूम और 1298 सर्विस सेंटर हैं.
- हुंडई इंडिया का हेड ऑफिस गुरुग्राम में है, कुल 16 शहरों में रीजनल ऑफिस है
- भारत में सेंट्रो कार से सफर शुरू करने वाली कंपनी 2020 में सबसे बड़ी SUV ब्रांड रही.

पाकिस्तान में हुंडई
साल 2000 में हुंडई ने पाकिस्तान में कार निर्माता कंपनी दीवान फारुख मोटर्स लिमिटेड (Dewan Farooque Motors Limited) के साथ मिलकर पहली कार बनाई लेकिन ये साथ ज्यादा लंबा नहीं चल पाया. हुंडई साल 2004 तक पाकिस्तान में कारों को असेंबल करती थी, यानि कार के पार्ट्स कोरिया या अन्य देशों की प्रोडक्शन यूनिट से लाकर पाकिस्तान में उन्हें जोड़ा जाता था. लेकिन साल 2004 में हुंडई ने अपना हाथ खींच लिया क्योंकि पाकिस्तान में उनकी पार्टनर कंपनी दीवान फारुख मोटर्स लिमिटेड दिवालिया हो गई थी.

करीब 13 साल बाद कंपनी ने साल 2017 में हुंडई, निशात मिल्स (Nishat Mills) के साथ मिलकर पाकिस्तान लौटी. साल 2021 में हुंडई की पाकिस्तान में सिर्फ 8,000 कारें बिकी. पाकिस्तान में हर साल औसतन 2 लाख कारों की बिक्री होती है. 2020 और 2021 में ये आंकड़ा 1.20 लाख तक पहुंच गया है.

यूजर्स मेजर सुरेंद्र पूनिया  का ट्वीट.
यूजर्स मेजर सुरेंद्र पूनिया का ट्वीट.

कंपनी को भारत में मिला है भरपूर प्यार
अमेरिका की मशहूर बाइक कंपनी हार्ले डेविडसन हो या फोर्ड बीते वक्त में कई कंपनियों ने भारत से अपना कारोबार समेटा है. इसकी वजह रही भारत में उनके वाहनों की बिक्री का ना होना. जबकि हुंडई का कारोबार भारत में साल-दर-साल बढ़ा है. भारतीय बाजार से हुंडई को भरपूर समर्थन मिला है और कंपनी ने भी इस देश की जरूरतों को समझा है.

यूजर्स ऋषि बागरी  का ट्वीट.
यूजर्स ऋषि बागरी का ट्वीट.

कुल मिलाकर ये हुंडई की बेवकूफी थी
हुंडई को पाकिस्तान में कारोबार करते हुए सिर्फ 4 साल हुए हैं जबकि भारत में कंपनी पिछले 26 साल से कारोबार कर रही है. कंपनी भारत में हर साल 5 लाख से ज्यादा वाहन बेचती है और डेढ़ लाख से ज्यादा वाहनों का एक्सपोर्ट करती है. जबकि पाकिस्तान में सालाना 8000 वाहन ही बेच पाती है. पाकिस्तान से एक्सपोर्ट करने की सोचना तो कंपनी के लिए बहुत दूर की कौड़ी है. उत्पादन से लेकर बिक्री और मुनाफे से लेकर एक्सपोर्ट तक हर मामले में कंपनी का कारोबार भारत के मुकाबले पाकिस्तान में ऊंच के मुंह में जीरे के समान है. ऐसे में कश्मीर को लेकर सोशल मीडिया पर किया गया पोस्ट पूरी तरह से बेवकूफी है.

यूजर्स महेश विक्रम हेगड़े का ट्वीट.
यूजर्स महेश विक्रम हेगड़े का ट्वीट.

हुंडई ही नहीं दक्षिण कोरिया की कई चीजों के दीवानें हैं भारतीय
हुंडई की कारें ही दक्षिण कोरिया की इकलौती ऐसी चीज नहीं है जिसके भारतीय दीवाने हैं. ऐसी कई चीजें हैं जिनका इस्तेमाल हम रोज मर्रा की जिंदगी में धड़ल्ले से करते हैं लेकिन अनजान होते हैं कि इसका संबंध दक्षिण कोरिया से है.

कोरियन ड्रामा- इन दिनों ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जो कंटेट सबसे ज्यादा देखा जा रहा है वो है कोरियन ड्रामा. लेकिन कई लोग इससे अनजान हैं. बीते वक्त में पॉपुलर हुई वेब सीरिज Squid Game, ऑस्कर जीतने वाली फिल्म पैरासाइट, कई बार टीवी पर आने वाली फिल्म Train to Busan कोरियन फिल्में ही हैं.
कोरियन म्यूज़िक- आपको भले बॉलीवुड के गाने पसंद हों लेकिन दुनिया में अच्छी खासी तादाद ऐसे लोगों की है जो कोरियन म्यूजिक की दीवानी है. खासकर कोरियन बैंड्स का जादू दुनियाभर के युवाओं के सिर चढ़कर बोलता है. हो सकता है कि BTS से लेकर GOT 7 जैसे म्यूजिक बैंड का संगीत आपने भी सुना हो लेकिन आप इसके कोरियन होने से अंजान हों. साल 2012 में दुनियाभर में वायरल हुआ गंगनम स्टाइल (Gangnam Style) भी साउथ कोरिया के सिंगर Park Jae-sang (Psy) ने गाया था, जिसका डांस स्टैप भी बहुत मशहूर हुआ था.
कारें और गैजेट्स- भारतीय घरों में कई गैजेट्स या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल होता है. Hyundai, KIA के अलावा Samsung, LG, Hyundai, Havmor ice cream कोरियन ब्रांड के कुछ उदाहरण भर हैं. भारत में कोरियन कंपनियों का अच्छा खासा बाजार है.
कोरियन खाना- नूडल्स का घर भले चीन हो. नूडल्स की दुनिया दीवानी है लेकिन कोरिया के नूडल्स के अलावा कोरियन फूड भी भारतीय लोगों की पसंद में शुमार हो रहा है.

ये भी पढ़ें - भारत में छह इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने के लिए 4,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी हुंडई

Last Updated :Feb 7, 2022, 10:42 PM IST
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