ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़ में कैसा रहा पहले चरण का मतदान, जानिए पूरी डिटेल ?

author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 7, 2023, 6:09 PM IST

First Phase Of Voting In Chhattisgarh
पहले चरण का मतदान

First Phase Of Voting In Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है. 10 विधानसभा सीटों पर सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोटिंग हुई.वहीं बाकी बची 10 सीटों पर सुबह आठ बजे से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया था.आईए जानते हैं पूरी 20 विधानसभाओं का हाल

रायपुर : छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है. इस बार मतदाताओं की संख्या में इजाफा देखने को मिला है.जिसका नतीजा ये हुआ कि मतदाताओं ने लोकतंत्र के पर्व में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग हुई. वहीं पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक वोटिंग संपन्न कराया गया.

कहां कितना हुआ मतदान : छत्तीसगढ़ में पहले चरण की बीस विधानसभा सीटों के मतदान प्रतिशत की बात करें तो शाम 5 बजे तक सबसे ज्यादा मतदान भानुप्रतापपुर में देखने को मिला.यहां मतदान प्रतिशत 79 फीसदी है.वहीं सबसे कम मतदान बीजापुर में देखने को मिला यहां दोपहर तीन बजे तक 40.98 फीसदी ही वोटिंग हुई. 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल मतदान प्रतिशत 70.87 फीसदी हुआ है.

First Phase Of Voting In Chhattisgarh
20 विधानसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत

वीआईपी सीटों पर दिग्गजों का मतदान : छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिए 20 सीटों पर मतदान हो रहा है.जिसमें से कई वीवीआईपी सीटें हैं.इन सीटों पर दिग्गज उम्मीदवार आमने सामने हैं. राजनांदगांव, कवर्धा, सुकमा, जगदलपुर,कांकेर, कोंडागांव, चित्रकोट,दंतेवाड़ा, नारायणपुर, अंतागढ़, केशकाल,डोंगरगढ़, पंडरिया और खैरागढ़ में प्रत्याशियों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

रमन सिंह ने परिवार के साथ डाला वोट : पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह परिवार के साथ मतदान करने पहुंचे. कवर्धा के स्वामी आत्मानंद हिन्दी मीडियम स्कूल के मतदान क्रमांक 237 में रमन सिंह ने मतदान किया. पूर्व मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी वीणा सिंह, बहु ऐश्वर्या सिंह ने भी मतदान किया .

पहले फेस में दिग्गजों का मतदान : छत्तीसगढ़ की पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री लता उसेंडी ने आज कोंडागांव में अपना वोट डाला. लता उसेंडी कोंडागांव से बीजेपी प्रत्याशी हैं.वहीं कोंडागांव से कांग्रेस प्रत्याशी मोहन मरकाम ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.इसी के साथ कांग्रेस के दिग्गज की बात करें तो मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा, नारायणपुर में पूर्व मंत्री केदार कश्यप, कांग्रेस विधायक चंदन कश्यप, कवर्धा में मोहम्मद अकबर, चित्रकोट में दीपक बैज, अंतागढ़ में विक्रम उसेंडी ने अपने वोट डाले.

पहली बार 93 साल के वोटर ने किया मतदान : 93 साल की उम्र में कांकेर के शेरसिंह हिड़को ने पहली बार मतदान किया. जीवन के 93 बसंत देख चुके शेरसिंह भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के भैसाकन्हार गांव के निवासी हैं. गांव के ही मतदान केंद्र पर शेरसिंह हिड़को ने अपना वोट डाला. परिजनों की माने तो इससे पहले कभी भी शेरसिंह हिड़को ने वोट नहीं डाला है. ये पहला मौका था जब शेर सिंह हिड़को ने मतदान किया.

रेनबो मतदान केंद्र -छत्तीसगढ़ में कांकेर जिले के पखांजुर में ट्रांसजेंडर्स के लिए मतदान केंद्र बनाया गया है. जिसे रेनबो मतदान केंद्र का नाम दिया गया. इस मतदान केंद्र की सुरक्षा में भी ट्रांसजेंडर्स सुरक्षा कर्मी तैनात थे.सुबह से ही ट्रांसजेंडर मतदाता वोट करने के लिए रेनबो मतदान केंद्र में पहुंचे. रेनबो मतदान केंद्रों में जब थर्ड जेंडर मतदान करने पहुंचे, तो मतदान मित्रों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया. साथ ही गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया .इन मतदान केंद्रों में थर्ड जेंडर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए वोट डाला है. इस दौरान थर्ड जेंडर मतदाताओं ने अपने आप को गर्वान्वित महसूस करते हुए जिला प्रशासन को इस पहल के लिए शुक्रिया अदा किया.

चांदमेटा में पहली बार हुआ मतदान :छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले के नक्सलगढ़ चांदामेटा में आजादी के बाद पहली बार वोटिंग हुई. पहली बार अपने गांव में वोट डालने के बाद आदिवासी मतदाता काफी उत्साहित दिखे. 7 नवंबर को पहली बार इस गांव में मतदाताओं ने वोट डाला. वोटिंग के लिए स्थानीय मतदाताओं को करीब 6-7 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता था. आजादी के 76 साल बाद गांव के स्कूल में मतदान केंद्र बनाया गया है.चांदामेटा गांव बस्तर जिले के जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है.

बिटिया हेल्प डेस्क : नई किशोरी मतदाता जिन्होंने हाल ही में 18 साल पूरे किए हैं. उन्हें प्रोत्साहित करने और बिना किसी डर और झिझक के मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. इस उद्देश्य से मतदान केन्द्रों में बिटिया हेल्प डेस्क तैयार किए गए थे.इस दौरान बेटियों के लिए सेल्फी जोन भी बनाया गया था.


संगवारी मतदान केंद्र : ऐसे मतदान केंद्र जहां पर महिला वोटर्स की संख्या पुरुषों से ज्यादा हैं.वहां पर संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए. 20 विधानसभाओं की बात करें तो करीब 200 पोलिंग बूथों को संगवारी मतदान केंद्र बनाया गया था.यहां पूरा स्टाफ महिलाओं ने ही संभाल रखा था.

ईको फ्रेंडली मतदान केंद्र : पहले चरण के मतदान के लिए तीन इको फ्रेंडली मतदान केंद्र अंतागढ़ के सोहगांव, भानुप्रतापपुर के धनगुडरा और कांकेर के चिवरांज में तैयार किए गए थे. इन मतदान केंद्रों को वन विभाग ने तैयार किया था. जिसमें प्राकृतिक वस्तुओं जैसे बांस, छींद के पत्तों का इस्तेमाल हुआ था.

16 सीटों पर महिला मतदाता की संख्या ज्यादा: मोहला-मानपुर, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, राजनांदगांव, खुज्जी, पंडरिया, कवर्धा, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में पुरुषों की तुलना में महिला मतदाता ज्यादा हैं.

कहां महिला मतदाताओं की संख्या रही ज्यादा ? :कवर्धा में 3 लाख 31 हजार 615 मतदाताओं में से 1 लाख 66 हजार 843 महिलाएं हैं. पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 64 हजार 770 है, जबकि दो ट्रांसजेंडर हैं. वहीं अन्य चार सीटों में अंतागढ़, डोंगरगढ़, खैरागढ़ और डोंगरगांव में महिलाओं की तुलना में पुरुष मतदाता ज्यादा हैं.

महिला मतदान कर्मी तैनात: पहले चरण के चुनाव के लिए बनाए गए 5 हजार 304 मतदान केंद्रों में से 200 संगवारी मतदान केंद्र थे. खास बात यह है कि यहां महिला मतदान कर्मी तैनात किए गए थे.

चुनाव के बीच नक्सल हिंसा : जहां एक तरफ नक्सलियों को ठेंगा दिखाते हुए ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.वहीं दूसरी तरफ कुछ जगहों से नक्सली घटनाओं की जानकारी भी सामने आई है. सुकमा जिले में नक्सली वारदातें देखने को मिली.

आईईडी की चपेट में आया जवान - सीआरपीएफ और कोबरा की 206वीं बटालियन की एक संयुक्त टीम टोंडामार्का शिविर से एल्मागुंडा गांव की तरफ निकली थी. इसी दौरान कोबरा 206वीं बटालियन के इंस्पेक्टर श्रीकांत का पैर आईईडी पर पड़ गया, जिससे विस्फोट हो गया और जवान घायल हो गया. घायल जवान की हालत खतरे से बाहर है.

नक्सली मैदान छोड़कर भागे - सुकमा जिले के बांदा मतदान केंद्र से करीब 2 किलोमीटर दूर बाहरी घेरे में तैनात डीआरजी जवानों पर नक्सलियों ने फायरिंग कर दी. सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और 10 मिनट बाद नक्सलियों की ओर से गोलीबारी बंद हो गई. सभी जवान सुरक्षित हैं और मतदान संपन्न कराया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.