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जानिए मेड इन इंडिया से भारतीय खिलौना बाजार कैसे हुआ गुलजार ?

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Published : May 15, 2022, 5:34 PM IST

Updated : May 18, 2022, 4:42 PM IST

demand for quality toys increased in Indian market
भारतीय खिलौने का डिमांड बढ़ी

भारत में बने खिलौने की बाजार में डिमांड बढ़ी है. कस्टमर भारत में बने खिलौनों की डिमांड करते हैं. भारत के खिलौने चाइनीज खिलौनों से ज्यादा अच्छे और महंगे होते हैं. लोगों को अब सस्ते क्वालिटी के खिलौने पसंद नहीं है. बच्चों को बाइक रेसिंग और इलेक्ट्रॉनिक खिलौने पसंद आते हैं.

रायपुर: भारतीय बाजार में भारतीय खिलौने की डिमांड बढ़ी है. अब चाइनीज खिलौनों का बाजर पर कब्जा नहीं है. भारत सरकार ने खिलौनों में आईएसआई मार्क अनिवार्य कर दिया है. इस वजह से अब भारत के खिलौना के मुकाबले बाजारों में चाइनीज खिलौने काफी कम नजर आ रहे हैं.

भारतीय बाजारों में लगातार भारत में बने खिलौनों की डिमांड भी बढ़ रही है. 6 हजार से बड़ी फैक्ट्रियां भी भारत में अब खिलौना बना रही है. भारत के बाजार में किसी देश का खिलौने का डिमांड कम हो गया है.

खिलौना बाजार कैसे हुआ गुलजार

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भारत में बने खिलौने की बाजार में डिमांड: आंकड़े की बात करें तो कुछ वर्षों पहले तक भारत के बाजारों में 90 फीसदी से ज्यादा चाइनीज खिलौने नजर आते थे. कहा जाता है कि खिलौना बाजार में पहले सिर्फ चाइनीज खिलौना ही बिका करता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में "मेड इन इंडिया" की वजह से भारतीय खिलौनों की डिमांड बाजारों में काफी ज्यादा बढ़ी है. लोग भी अब भारत में बनी चीजों की डिमांड ज्यादा दुकानों में करते हैं. इसलिए अब दुकानदारों को भी भारत में बने सामानों को ही दुकान में रखना पड़ता है. सिर्फ 25 फीसदी चाइनीज खिलौने दुकानों में नजर आते हैं जो आने वाले कुछ दिनों में बाजार से गायब हो जाएंगे. सरकार ने सुरक्षित और अच्छे खिलौनों से बच्चे खेल सके. इसके लिए खिलौनों में आईएसआई मार्क अनिवार्य कर दिया है.

कस्टमर भारत में बने खिलौनों की करते है डिमांड: दुकानदार अशोक डंबानी ने बताया कि, "अभी बाजार में खिलौने देखने को मिल रहे हैं. वह सिर्फ इंडियन कंपनी के आईएसआई मार्क वाले खिलौने बाजार में है. चाइना से अब जो खिलौने आ रहे हैं वह पहले के मुकाबले अब महंगे हैं. दूसरे देश के बजाय अब हम भारत में बने हुए खिलौने ही बेचे. लगभग सारे खिलौनों में आईएसआई मार्क के खिलौने आ रहे हैं. पहले भारत में 90 फीसदी चाइनीज खिलौने का कारोबार था, लेकिन अब 25 फीसदी से भी कम चाइनीज खिलौने देखने को मिलते हैं. क्योंकि अब लोगों के दिमाग में बैठ गया है कि चाइनीज खिलौना यूज नहीं करना है. हमारे पास ऐसे भी कस्टमर आते हैं जो सिर्फ भारतीय खिलौने की डिमांड करते हैं"

भारत के खिलौने चाइनीज खिलौनों से ज्यादा अच्छे और महंगे: दुकानदार नरेश नेभवानी ने बताया कि, " भारत में बने खिलौने की क्वालिटी चाइना में बने खिलौने के मुकाबले काफी ज्यादा अच्छी रहती है, लेकिन भारत में बने खिलौने के दाम चाइनीज खिलौने के मुकाबले ज्यादा रहते हैं. इसलिए पहले लोग चाइनीज खिलौना ज्यादा खरीदना पसंद करते थे, लेकिन अब लोगों की मानसिकता बदल गई है. वह भारत के खिलौने ज्यादा पसंद कर रहे हैं. अभी वैसे भी मुंबई में चाइना का सिर्फ 25 फीसदी ही स्टॉक आ रहा है. उसके भी दाम पहले के मुकाबले अभी काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. इस वजह से भारत के खिलौने ही अभी ज्यादा कर दुकानों में देखने को मिल रहे हैं"

लोगों को अब सस्ते नहीं क्वालिटी वाले खिलौने पसंद: कस्टमर मोहम्मद यूनुस ने बताया कि, "पहले हम भी बच्चों के लिए बाजार से खिलौना सस्ता और चमक-दमक वाली अच्छे खिलौने पसंद आए जो खरीद लिया करते थे. लेकिन अब हम दुकान जाते हैं तो सबसे पहले यह पूछते हैं कि भारत में बने हुए खिलौने हैं. भारत में बने खिलौने भले थोड़े महंगे होते हैं लेकिन उनकी क्वालिटी दूसरे खिलौने के मुकाबले काफी अच्छी रहती है और वो लंबे समय तक टिकता भी है."


बच्चों को बाइक रेसिंग और इलेक्ट्रॉनिक खिलौने आते हैं पसंद: कस्टमर सुनील ने बताया कि, "अभी बच्चों को ज्यादातर दुकानों में बाइक रेसिंग या इलेक्ट्रॉनिक खिलौने ही पसंद आते हैं. बाइक रेसिंग और इलेक्ट्रॉनिक खिलौने थोड़े महंगे होते हैं. पहले खिलौने सस्ते आये करते थे जो चाइना के बने होते थे. इस वजह से वह जल्दी टूट भी जाते थे और उनकी क्वालिटी अच्छी नहीं रहती थी. अब भारत में बने जो खिलौने हैं उनकी क्वालिटी अच्छी रहती है और जल्दी टूटते भी नहीं है. हालांकि वह खिलौने पहले के मुकाबले महंगे जरुर हैं."

Last Updated :May 18, 2022, 4:42 PM IST
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