रायपुर: हसदेव जंगल कटाई को लेकर लगातार आंदोलन जारी है. इधर, राजनीतिक दल भी इस मामले को लेकर आमने-सामने हैं. इस बीच कांग्रेस का एक प्रतिनिधि रविवार को हसदेव के लिए रवाना हुआ. कांग्रेस नेता हसदेव जाकर ग्रामीणों से मुलाकात करने वाले थे. इस प्रतिनिधि मंडल को रास्ते में ही रोक दिया गया.
बिलासपुर पुलिस ने कांग्रेस नेता को रोका: दरअसल, रायपुर से कांग्रेस के एक प्रतिनिधि हसदेव के लिए रवाना हुए. बिलासपुर के लिमहा टोल प्लाजा पर पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान पुलिस प्रशासन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तीखी नोंक झोंक हुई. बावजूद इसके इस प्रतिनिधिमंडल को आगे जाने नहीं दिया गया. जिस पर कांग्रेस नेता ने आपत्ति जाहिर की.
कांग्रेस नेता का आरोप: इस बारे में कांग्रेस जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे का कहना है कि, "अब कहीं भी जाना होगा तो उन्हें पुलिस प्रशासन से अनुमति लेकर जाना होगा. यही मोदी की गारंटी है. पुलिस अधिकारी आपको कहीं भी रोक सकते हैं. अभी सरकार बने एक माह भी नहीं हुए हैं. तब छत्तीसगढ़ में यह स्थिति है. तानाशाही का यह सबसे अच्छा नमूना है. जो कहीं देखने को नहीं मिलेगा. यदि कोई हसदेव देखने जा रहा है. तो उन्हें रोका जा रहा है. अडानी के राज में हसदेव में ऐसा क्या हो रहा है कि कांग्रेस के लोग गांव वालों से नहीं मिल सकते. जंगल कटाई देखने नहीं जा सकते हैं. इससे साफ है कि आप कुछ गलत कर रहे हैं."
दीपक बैज का बीजेपी पर आरोप: वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भी भाजपा पर आरोप लगाया है कि हसदेव में जंगल काट कर वहां से आदिवासियों को भगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि, "जंगल काट कर आदिवासियों को भाजपा सरकार बेदखल करना चाहती है. आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासियों को अत्याचार का सामना करना पड़ रहा है. मैं पीड़ितों के पास जाउंगा. जंगल के नहीं रहने से गरीब आदिवासियों को नुकसान तो होगा ही पर्यावरण संरक्षण पर भारी प्रभाव पड़ेगा. यह आंदोलन पूरे छत्तीसगढ़ में आने वाले समय में उग्र होगा. पेड़ों की कटाई से निश्चित ही उद्योगपति को लाभ होगा. लेकिन इससे गरीबों को आदिवासियों को काफी दिक्कतें होंगी."
किरण सिंहदेव ने किया पलटवार:इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि, "आपकी सरकार ने क्या किया है. उस पर भी थोड़ी बातचीत होनी चाहिए. विस्तार से चर्चा होगी, तो सब कुछ समझ में आ जाएगा.भाजपा की सरकार बनने के बाद जितने भी ऐसे काम पिछले सरकार में जिस तरीके से भ्रष्टाचार प्रलोभन अत्याचार दुराचार हुआ है, निश्चित रूप से उन सब पर विराम लगेगा. उचित लोगों पर कार्रवाई होगी.
बते दें कि इन दिनों छत्तीसगढ़ में हसदेव जंगल कटाई का मुद्दा काफी गर्म है. सियासी दल भी इस पर सियासत कर रहे हैं. दोनों प्रमुख पार्टी के नेता एक दूसरे को मुद्दे में घेरते नजर आ रहे हैं.