अमन साहू गैंग के 2 शूटर गिरफ्तार, कोयला कारोबारी के दफ्तर में रंगदारी के लिए की थी फायरिंग

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Published : Jan 6, 2023, 10:47 PM IST

Aman Sahu gang shooter arrested
अमन साहू गैंग के शूटर गिरफ्तार ()

कोरबा के टीपी नगर स्थित आरकेटीसी कंपनी दफ्तर में रंगदारी के लिए पिछले सितंबर महीने फायरिंग की गई Firing done in RKTC थी. डराने के लिए पर्चे भी फेंके गए थे. पर्चे में अमन साहू गैंग aman sahu gang का जिक्र था. पुलिस ने इस गैंग के 2 शूटर को गिरफ्तार किया two shooters of Aman Shahu gang arrested है. पिस्तौल और बाइक भी जब्त की गई है.

अमन साहू गैंग के 2 शूटर गिरफ्तार

कोरबा: बीते साल 30 सितंबर को शहर के बीचोबीच टीपी नगर स्थित आरकेटीसी कंपनी के दफ्तर में फायरिंग Firing done in RKTC company office for extortion की गई थी. यह घटना शाम के वक्त चहल पहल के दौरान हुई थी. जिसने जिले की कानून व्यवस्था पर एक बड़ा प्रश्न चिह्न कायम कर दिया था. कोयला कारोबारी कंपनी से रंगदारी टैक्स वसूलना इस घटना को अंजाम देने का मुख्य मकसद था. हालांकि इस घटना में किसी को चोट नहीं आई थी. गोली चलाने का मकसद भय का माहौल निर्मित कर रंगदारी टैक्स वसूलना two shooters of Aman Shahu gang arrested था.

पुलिस ने इस घटना में संलिप्त अमन साहू गैंग aman sahu gang के दो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है. आरकेटीसी कंपनी झारखंड राज्य के आम्रपाली शिवपुर कोल साइडिंग में कोयला खनन और ट्रांसपोर्ट का काम कर रही है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी झारखंड के अमन साहू गैंग से जुड़े हुए हैं. अमन साहू वर्तमान में केंद्रीय जेल हजारीबाग में बंद है. जेल से ही वह पूरे गैंग को ऑपरेट करता है.



ये है पूरी घटना: 30 सितंबर 2022 के शाम करीब 6:20 बजे टीपी नगर कोरबा स्थित आरकेटीसी कंपनी के कार्यालय में बाइक सवार बदमाश पिस्टल से एक राउंड फायर कर पर्चा फेंका. पर्चे में लिखा हुआ था कि झारखंड राज्य के आम्रपाली शिवपुर कोल साइडिंग में कोयला उत्खनन कार्य चल रहा है. आरकेटीसी कंपनी अमन साहू को मैनेज नहीं कर पा रही है. मैनेज नहीं करने पर ऐसी और घटनाएं करने की धमकी भी दी गई थी.

घटना के कुछ देर बाद अमन साहू गैंग के मयंक सिंह नामक व्यक्ति ने आरकेटीसी कंपनी के मालिक सुशील सिंघल को मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप कॉल कर रंगदारी टैक्स की मांग की थी. कोरबा पुलिस ने अपराध केस कर विवेचना शुरू की. घटनास्थल का मुआयना कर आरोपी के गिरफ्तारी के लिए अलग अलग टीमें बनाई गई थी.

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सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले : टीम अज्ञात आरोपी की तलाश के लिए सभी पहलुओं पर लगातार कार्य कर रही थी. शहर में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों से पाया गया था कि एक अज्ञात आरोपी बिना नंबर के स्प्लेंडर बाइक में बालकोनगर, आईटीआई चौक रामपुर से होकर टीपीनगर चौक की ओर आया था. जो हेलमेट पहना हुआ था. वारदात के बाद उसी रास्ते वापस भागा है. इस आधार पर आरोपी के तार झारखंड से जुड़े होने और सरगुजा, जशपुर , रायगढ़ का आरोपी होने के संभावना पर इस इलाके में सूचना तंत्र के माध्यम से लगातार तलाशी की जा रही थी. सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों में मिले फुटेज से स्पष्ट हो रहा था कि आरोपी धर्मजयगढ़ की ओर से आया है.



झारखंड पुलिस से ली गई मदद: घटना के तार अमन साहू गैंग से जुड़े हुए थे. कोरबा पुलिस को पता चला कि अमन साहू का गैंग झारखंड राज्य में काफी सक्रिय है. अमन साहू गैंग के खिलाफ सैकड़ों मामले दर्ज हैं. कोरबा में घटित घटना के बारे में हजारीबाग एटीएस के अधिकारियों से लगातार बातचीत की जा रही थी. कोरबा पुलिस की एक टीम को हजारीबाग भेजकर सूचनाओं का आदान प्रदान किया गया.

विवेचना के दौरान कोरबा पुलिस को एक संदिग्ध मोबाइल नंबर का पता चला. जिसके बारे में हजारीबाग एटीएस को सूचनाएं सांझा की गई. हजारीबाग एटीएस और थाना कोर्रा पुलिस मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी नितेश शील उर्फ मेजर सिंह और अभिनव तिवारी उर्फ सुशांत तिवारी को पकड़ा गया. जिनसे पूछताछ करने पर आरोपी ने क्राइम स्वीकार कर लिया है.


1 लाख 50 हजार में दी गई थी सुपारी: कोरबा एसपी संतोष सिंह ने बताया कि "आरोपी ने नितेश शील उर्फ मेजर सिंह, धरमजयगढ़ का निवासी है. वह काम की तलाश में दिल्ली गया हुआ था. जहां पर सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी पहचान मयंक सिंह से हुई. मयंक सिंह ने इसे आरकेटीसी कंपनी के ऑफिस में गोली चलाने के एवज में 1 लाख 50 हजार रुपए देने का प्रस्ताव रखा. जिसे आरोपी ने लालच में आकर स्वीकार कर लिया. आरोपी नितेश शील उर्फ मेजर सिंह को मयंक सिंह ने अपने गुर्गे के माध्यम से धरमजयगढ़ में एक बाइक, एक पिस्टल और नकदी 1 लाख रुपए उपलब्ध कराया."

एसपी ने कहा कि "आरोपी नितेश शील इसके पूर्व कभी गोली नहीं चलाया था. इसलिए उसने जंगल में जाकर एक राउंड फायर कर गोली चलाने का अभ्यास भी किया. इसके बाद उसने टीपी नगर में फायरिंग की घटना को अंजाम देने के बाद अमन साहू गैंग ने आरोपी नितेश शील को अपने गैंग का परमानेंट मेंबर बना लिया था. जिसे झारखंड बुलाकर सुख सुविधाएं और तनख्वाह भी दी गई. पुलिस ने घटना के दोनों मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया है. जिनसे पिस्टल, नकद पैसे और बाइक जब्त की गई है".

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झारखंड में कोयला कारोबारियों से रंगदारी वसूलने का बना रहे थे माहौल: आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अमन साहू गैंग झारखंड में कार्यरत कोयला कंपनियों, व्यापारियों से अवैध उगाही करता है. इसी उद्देश्य से आरकेटीसी कंपनी से काफी समय से रंगदारी टैक्स की मांग की जा रही थी. लेकिन सफलता नहीं मिली. अमन साहू गैंग ने आरकेटीसी कंपनी से रंगदारी टैक्स वसूली की नीयत से 1 वर्ष पूर्व भी इसी कंपनी के हजारीबाग स्थित ऑफिस में भी फायरिंग की थी, जिसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे.


हजारीबाग में भी दर्ज है मामला: इस मामले में आरोपियों के खिलाफ थाना कोर्रा जिला हजारीबाग में भी मामला दर्ज है. जिसमें आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. कोरबा पुलिस आरोपी को थाना कोर्रा जिला हजारीबाग से गिरफ्तार कर लाया गया है. आरोपी के नाम नितेश शील उर्फ मेजर सिंह और अभिनव तिवारी उर्फ सुशांत तिवारी है

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