कोंडागांव: केशकाल विकासखंड के बेड़मा गांव में डड़सेना कलार समाज के कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल शामिल हुए. कार्यक्रम में समाज के लोगों ने समर्थन मूल्य पर 65 प्रकार की वनोपज की खरीदी के फैसले के लिए सीएम भूपेश बघेल को महुआ से तौल कर उनका आभार जताया.
इस महुए से बनेगा लड्डू: भूपेश बघेल को 85 किलो महुआ से तौला गया. इस महुए को भवानी महिला स्व सहायता समूह तेंदूभाटा को दिया गया है. इससे आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए पौष्टिक लड्डू बनाकर वितरण किया जाएगा.
सीएम को महिलाओं ने खिलाया लड्डू: कार्यक्रम में बोलबोला गौठान के दुग्ध उत्पादन से जुड़ी महिला सदस्यों ने बर्फी से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मुंह मीठा कराया. मुख्यमंत्री ने बर्फी के स्वाद की सराहना की. मुख्यमंत्री ने अपने साथ उपस्थित जनप्रतिनिधियों को भी बर्फी खिलवाई. छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजीगांव योजना अंतर्गत स्थापित गौठान अब ग्रामीण आजीविका के केन्द्र बन रहे है. इसी कड़ी में राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त बोलबोला गौठान का मॉडल प्रदर्शित किया गया है. जिसकी प्रशंसा भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा की गयी है.
माला पहनाकर किया नए सदस्यों का किया स्वागत: सीएम भूपेश बघेल मंगलवार को केशकाल विधानसभा के ग्राम बेड़मा पहुंचे, जहां उन्होंने केशकाल विधानसभा क्षेत्रवासियों के लिए 213 करोड़ रुपए की लागत के लगभग 527 विकासकार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण किया. कांग्रेस पार्टी की रीति नीति और क्षेत्रीय विधायक संतराम नेताम की कार्यशैली से प्रभावित होकर लगभग 1 हजार से अधिक लोगों ने यहां कांग्रेस में प्रवेश किया है. सीएम भूपेश बघेल ने सभी नवप्रवेशी सदस्यों का कांग्रेस पार्टी में स्वागत किया. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शहरी और ग्रामीण क्षेत्र से हजारों लोगों का कांग्रेस में प्रवेश कराना विधायक संतराम नेताम का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है.
कांग्रेस से हर वर्ग के लोग हैं खुश: विधायक संतराम ने कहा कि "मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के नेतृत्व में हमारी सरकार ने जिस प्रकार से पिछले साढ़े चार वर्षों में जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश का विकास किया है, उससे हर वर्ग के लोग खुश हैं. आम जनता का कांग्रेस पर विश्वास बढा है. इसी का नतीजा है कि हजारों की संख्या में लोगों ने कांग्रेस प्रवेश किया. केशकाल के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने किसी पार्टी में प्रवेश किया है. यह हमारे लिए बड़े ही गर्व की बात है."
प्रदेश में श्वेत क्रांति: मिशन रूर्बन अंतर्गत पशुधन विकास विभाग, आदिवासी परियोजना, मनरेगा, डी.एम.एफ. एवं कृषि विज्ञान केन्द्र की योजनाओं के सहयोग से स्थापित सामुदायिक डेयरी इकाई ‘मावा बोलबोला कोण्डानार डेयरी‘ श्वेत क्रांति का प्रतीक बन चुकी है.