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बिलासपुर के ये स्कूल मौत को दे रहे हैं दावत!

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Published : Jul 15, 2022, 7:22 PM IST

Updated : Jul 15, 2022, 10:55 PM IST

Dr  BR Ambedkar School dilapidated building
डॉ. बीआर अंबेडकर स्कूल की जर्जर बिल्डिंग

बिलासपुर के शासकीय डॉक्टर बीआर अंबेडकर स्कूल की जर्जर बिल्डिंग तोड़ने का काम जारी है. इस स्कूल में 7 सौ बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं. यहां पहले से ही प्राइमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित है. यहा कभी भी अप्रिय घटना घट जाएगी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?

बिलासपुर: बिलासपुर के शासकीय डॉक्टर बीआर अंबेडकर स्कूल की जर्जर बिल्डिंग तोड़ने का काम चल रहा है. भवन स्कूल कैम्पस में है, जहां पहले से ही प्राइमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित है. छोटे-छोटे बच्चों की क्लास लगती है. ऐसे में भवन तोड़ने का काम शुरू किया गया है. जिससे उनकी जान सांसत में है. यहा कभी भी अप्रिय घटना घट जाएगी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?

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जान जोखिम में डालकर पढ़ेंगे बच्चें: डॉक्टर अंबेडकर हाई सेकेंडरी स्कूल में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की घोषणा हो गई है. वहां शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद जर्जर भवन को तोड़ा जा रहा है. साथ ही छप्पर भी दुरुस्त किए जा रहे हैं. इसके कारण स्कूल में पढ़ने वाले छात्र परेशान हो रहे हैं. अंग्रेजी स्कूल खुलने के बाद परेशानी और बढ़ेगी. शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद जर्जर स्कूल भवन तोड़ना लापरवाही को दर्शाता है. लापरवाही इतनी की एक तरफ स्कूल लग रही और दूसरी तरफ जर्जर भवन गिराए जा रहे. छोटे बच्चों के जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां भवन तोड़कर नए भवन बनाने की योजना है. ऐसे में पूरे साल ही बच्चो की जान जोखिम में रहेगी.

बिलासपुर के ये स्कूल जर्जर
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा स्कूल भवन तैयार: बिलासपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत डॉक्टर बीआर अंबेडकर स्कूल के लिए फंड की व्यवस्था की गई है. इसमें प्राइमरी स्कूल की जर्जर भवन को तोड़कर उसके स्थान पर दो मंजिला नई बिल्डिंग बनाई जाएगी, जिसमें 8 कमरे होंगे. बिलासपुर स्मार्ट सिटी के तहत सुव्यवस्थित, तकनीकी के अलावा स्मार्ट क्लास और स्मार्ट ब्लैक बोर्ड तैयार किया जाएगा. यहां पड़ने वाले बच्चों के लिए कई अन्य सुविधाएं तैयार की जाएगी.पूरी गर्मी में नही दिया गया ध्यान: नगर निगम द्वारा तैयार किए जा रहे इस स्कूल के जर्जर भवन को तोड़कर नया भवन बनाया जाएगा. निगम ने पूरी गर्मी की छुट्टी के दौरान निर्माण कार्य शुरू नहीं किया. अब स्कूल खुलने के बाद अंबेडकर स्कूल में जर्जर भवन को तोड़ने का काम शुरू किया गया है. साथ ही पुराने भवन के छप्पर को भी दुरुस्त किया जा रहा है. इसके कारण स्कूल की चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल हो गया है. सुबह स्कूल आने वाले प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल के कक्षा में बैठाया जा रहा है.जर्जर भवन के बगल में है बाथरूम: जर्जर भवन को तोड़ने का काम जिस जगह चल रहा है. उसके ठीक बगल में बच्चों के लिए बाथरूम है. बच्चे लगातार बाथरूम का उपयोग करने आते हैं. जर्जर भवन को तोड़ने के दौरान बच्चे मलबे के आसपास खेलते हुए पहुंच जाते हैं. ऐसे में कोई अप्रिय घटना हो जाएगी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. इस मामले में जिम्मेदार सामने आकर कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं. जिलेवार जर्जर, अति जर्जर और भवनविहीन स्कूलों की जानकारी
जिला जर्जर अति जर्जरभवनविहीन
बिलासपुर 593 242 22
कोरबा 645 225 08
रायगढ़ 424 130 23
मुंगेली 231 93 41
जांजगीर 91 66 41
जीपीएम 135 70 05
सक्ती 117 112 07
कुल जर्जर शाला-2236अति जर्जर शाला-938भवनविहीन-147

सुरक्षा को लेकर प्राचार्य से करेंगे बात: नगर निगम के सभापति शेख नसीरुद्दीन ने कहा कि "बच्चों के सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रबंधन से बात किया जाएगा. प्राचार्य को निर्देशित किया जाएगा कि बच्चों के ध्यान रखने व्यवस्था की जाए. इसके अलावा जर्जर भवन की ओर जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया जाए और स्कूल आने और जाने के लिए दूसरे रास्ता का उपयोग करें.भवन टूटने से बच्चों की शिक्षा में व्यवधान होगा तो स्कूल के बगल में सामुदायिक भवन है. उसका उपयोग करने के निर्देश में नगर निगम को दे देंगे. जिसके बाद बच्चों की सुरक्षा के साथ ही शिक्षा में व्यवधान उत्पन्न होने से उसका समाधान हो जाएगा."

सात सौ स्टूडेंट दो पालियों में पड़ते हैं: डॉ. बीआर अंबेडकर स्कूल में दो पालियों में स्कूल लगाई जाती है, जिसमें पहली से लेकर 12वीं तक हिंदी माध्यमिक स्कूल है. इनमें लगभग 700 छात्र छात्राएं पढ़ाई करते हैं. दो शिफ्ट में पढ़ाई होने से अभी व्यवस्था ठीक से की जा रही है. अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलने के बाद इंग्लिश माध्यम स्कूल पहली से लेकर 12वीं तक एक शिफ्ट में लगेंगे. दूसरे शिफ्ट में हिंदी माध्यम के स्कूल लगेंगे. तब छात्र छात्राओं को बैठने की जगह नहीं मिलेगी.

Last Updated :Jul 15, 2022, 10:55 PM IST
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