बलरामपुर: रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस अस्पताल में 100 बिस्तर हैं. लेकिन यहां मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टरों की कमी हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा ने इसका आरोप लगाते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
जानिए पूरा मामला: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से हर दिन भारी संख्या में मरीज पहुंचते हैं. अस्पताल में सिर्फ दो डॉक्टर है. निश्चित समय तक जितना हो पाता है डॉक्टर उन्हें देखते हैं बाकियों को वापस लौटना पड़ता है. भाजयुमो ने शनिवार को इसे लेकर अनुविभागीय अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. भारतीय जनता युवा मोर्चा ने ज्ञापन के माध्यम से बघेल सरकार पर कई आरोप भी लगाए हैं. भाजयुमो ने कहा है कि रामानुजगंज विधानसभा में कई घोषणाएं की गई है, जो सिर्फ कागजों तक ही सीमित है. जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है.
रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है. मांगें पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन भी किया जाएगा. -अश्विनी गुप्ता, जिला महामंत्री, भारतीय जनता युवा मोर्चा
मरीजों को बेहतर सुविधा देने की मांग: भाजयुमो ने ये भी आरोप लगाया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर 15 जून 2022 को एक आदेश पारित किया गया था. आदेश के मुताबिक रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कई विभागों में कुल 94 पदों पर पदस्थापना की बात कहीं गई थी. लेकिन अब तक 100 बिस्तर अस्पताल को संचालित करने के लिए स्वीकृत पदों पर नियुक्ति नहीं की गई है. ना ही 100 बिस्तर अस्पताल का संचालन हो रहा है.