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साइबर ठग गिरोह के 4 आरोपी बिहार से गिरफ्तार, 3 नाबालिग भी शामिल

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Published : Oct 22, 2020, 7:46 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा के एक शख्स से निजी कंपनी में डीलरशिप दिलाने के नाम पर 33 लाख रुपए की ठगी करने के मामले में अंतरराज्यीय गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि इस गिरोह के सरगना सहित अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है.

7 accused arrested for cyber crime in sarguja
अंतर्राज्यीय गिरोह गिरफ्तार

सरगुजा: जावा कंपनी की डीलरशिप दिलाने के नाम पर 33 लाख रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है. पकड़े गए लोगों में चार बालिग आरोपियों के साथ ही तीन नाबालिग भी शामिल हैं, जिनका काम ठग गिरोह के सरगना को फर्जी खाता उपलब्ध कराना था और इन्हीं खातों में रकम की हेराफेरी होती थी. फिलहाल इस गिरोह के सरगना सहित अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है.

ठगी के आरोपी बिहार से गिरफ्तार

मामले का खुलासा करते हुए एसपी टीआर कोशिमा ने बताया कि शहर के बौरीपारा के रहने वाले अजय सिंह ने 2 अक्टूबर को शिकायत की थी कि उनके पास 13 सितंबर को जावा कंपनी की डीलरशिप दिलाने के नाम पर फोन आया था. फोन करने वाले व्यक्ति ने उसे बताया कि अगर वो जावा कंपनी की डीलरशिप लेने के लिए इच्छुक है, तो ऑनलाइन फॉर्म जमा कर सकता है. फोन करने वाले व्यक्ति के बताए गए मेल पर उसने अपना आवेदन भेज दिया था.

7 accused arrested for cyber crime in sarguja
अंतर्राज्यीय गिरोह गिरफ्तार

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आवेदन भेजने के बाद 22 सितंबर को फिर युवक को फोन आया कि कंपनी को जावा डीलरशिप के लिए आवेदन पसंद आया है और कुछ औपचारिकताओं को पूरा करके वे आसानी से डीलरशिप ले सकते हैं. 24 सितंबर को फिर जावा कंपनी के नाम से मेल कर उसे डीलरशिप नियुक्ति के लिए एनओसी, लाइसेंस, सिक्योरिटी डिपॉजिट और बैंक गारंटी के नाम पर राशि जमा करने को कहा गया.

पहले से किसी और के पास थी डीलरशिप

जावा कंपनी की डीलरशिप मिलने की आस में अजय कुमार सिंह ने अज्ञात व्यक्ति द्वारा बताए गए बैंक खातों में अलग-अलग 23 और 10 लाख यानी कुल 33 लाख रुपए जमा करा दिए थे. इस दौरान उनकी जावा कंपनी के अधिकारियों के रूप में सुधीर पांडेय और संजीव मिश्रा से लगातार बात भी होती रही, लेकिन इस दौरान अजय सिंह को पता चला कि जावा कंपनी की डीलरशिप पहले से किसी और के पास है और पैसे जमा करने के बाद भी उसे डीलरशिप नहीं मिल पाई, लेकिन ठगी करने वाले व्यक्ति लगातार उसे फोन करते रहे. इस दौरान युवक को पता चला कि ये फर्जी लोग हैं, जो डीलरशिप देने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं.

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ठगी के शिकार युवक ने इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस से की थी, जिसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी रतन लाल डांगी के निर्देश पर एसपी टीआर कोशिमा ने एएसपी ओम चंदेल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था और उसे मोबाइल लोकेशन के आधार पर बिहार के नवादा भेजा था, हालांकि टीम को शुरुआत में कोई सफलता नहीं मिल सकी.

एसपी टीआर कोसिमा ने दी जानकारी

एसपी टीआर कोसिमा ने बताया कि पुलिस ने लगातार छानबीन के बाद बिहारशरीफ के मुरठश नालंदा के नकटपुरा गांव के निवासी निशांत सिंह उर्फ सौरभ, नवादा के उफवड़ा निवासी नीरज कुमार, रौशन और निखिल मरावी के साथ ही तीन अन्य नाबालिगों को गिरफ्तार किया है, जबकि इनके सरगना अभी भी फरार हैं. एसपी ने कहा कि सरगना को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा और इन आरोपियों की रिमांड लेकर पूछताछ की जाएगी. उन्होंने बताया कि इन आरोपियों की पैठ जावा कंपनी में भी होने सम्भावना है, इसलिए ये उस कंपनी की तरह ही वेबसाइट बना पाए. अब इस दिशा में भी जांच की जाएगी.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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