Navneet Rana: मीडिया में नवनीत राणा की बयानबाजी से उद्धव सरकार नाराज, कर सकती है अपील
Updated on: May 8, 2022, 5:01 PM IST

Navneet Rana: मीडिया में नवनीत राणा की बयानबाजी से उद्धव सरकार नाराज, कर सकती है अपील
Updated on: May 8, 2022, 5:01 PM IST
महाराष्ट्र में अमरावती से सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) को मुंबई के लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. अस्पताल से बाहर निकलते ही नवनीत राणा ने महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला है. हालांकि कोर्ट ने जमानत देते वक्त राणे दंपति से मीडिया में बयानबाजी न करने का निर्देश दिया था. अब उद्धव सरकार राणा के खिलाफ अपील कर सकती है.
मुंबई: महाराष्ट्र में अमरावती से सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) जब अस्पताल से बाहर निकलीं तो उनके हाथ में हनुमान चालीसा दिखी. उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि उद्धव सरकार ने अन्याय किया है और जनता हिसाब करेगी. राणा ने यह भी चैलेंज कर दिया कि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में कहीं से भी चुनाव लड़ें, वे उनके खिलाफ खड़ी होंगी.
अमरावती सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा को 23 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. चार मई को दंपति को कोर्ट ने कई शर्तों पर जमानत दी थी. इनमें एक शर्त ये भी थी कि दंपति मीडिया से बात नहीं करेंगे. लेकिन नवनीत राणा में मीडिया से बातचीत के दौरान उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है.
नवनीत राणा ने कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए मैं 14 दिन तो क्या 14 साल भी जेल में रहने को तैयार हूं. उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चुनौती देती हूं कि वे महाराष्ट्र में कहीं से भी मेरे खिलाफ चुनाव जीतकर दिखाएं. राणा ने सवाल किया कि क्या भगवान का नाम लेना गुनाह है? उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को विरासत में कुर्सी मिली है और उन्होंने अन्याय किया है.
अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें स्पॉन्डिलाइटिस की शिकायत के बाद वो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. नवनीत राणा के डॉक्टर के अनुसार शनिवार सुबह उनका एमआरआई टेस्ट करवाया गया है. सीने, गले और शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द की शिकायत से फिलहाल सांसद महोदया थीं. उनका फुल बॉडी चेकअप भी किया गया है. उन्हें सीएम आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के तैयारी के दौरान गिरफ्तार किया गया था. जेल में तेरह दिन गुजरने के बाद उन्हें जमानत मिली है.
इन शर्तों पर मिली है बेल: राणा दंपति मामले से जुड़ी कोई भी बात मीडिया के सामने आकर नहीं कह सकते. सबूतों के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं कर सकते. जिस मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई है वैसा कोई काम वह फिर से नहीं कर सकते हैं. राणा दंपति को जांच में सहयोग करना होगा. अगर इंवेस्टिगेशन ऑफिसर (IO) पूछताछ के लिए बुलाता है तो जाना होगा, IO इसके लिए 24 घंटे पहले नोटिस देगा. बेल के लिए 50-50 हजार का बॉन्ड भरना होगा.
