12 घंटे के लिए खाली हो जाता है यह गांव, कारण जानकर हैरत में पड़ जायेंगे आप
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा के नौरंगिया गांव में वर्षों पुरानी परंपरा आज भी जीवंत है. यहां बैसाख के नवमी तिथि को गांव के लोग अपना-अपना घर छोड़कर 12 घंटे के लिए गांव से बाहर जंगल में (Villagers Went to forest for one day in Bagaha) चले जाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा देवी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है. इस दौरान गांव में सन्नाटा पसरा रहता है. इसका लोगों की प्राचीन मान्यता है. यहां के लोगों का कहना है कि ऐसा करने से देवी प्रकोप से निजात मिलती है.