Bihar Politics: 'केके पाठक तो ईमानदार अधिकारी हैं लेकिन'... RJD MLC सुनील सिंह के बयान को समझिए
पटना: ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान राजद नेता और विधान पार्षद सुनील सिंह ने कहा कि जो विवाद था उसे सुलझा लिया गया है. मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव केके पाठक और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह को बुलाया और विवाद को खत्म कर दिया गया. सुनील सिंह ने कहा कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है. लगता है विधान पार्षद सुनील सिंह के तेवर नरम पड़ गए हैं. उन्होंने कहा कि केके पाठक तो ईमानदार अधिकारी हैं, लेकिन बिहार सरकार के ज्यादातर नौकरशाहों की दसों उंगली घी में है और वह आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. बता दें कि राजद कोटे के मंत्रियों की सरकार में नहीं चल रही है और वह असहज महसूस कर रहे हैं. कई मंत्री पदाधिकारियों के रवैये से नाराज हैं. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर मुखर हुए तो विवाद गहरा गया और महागठबंधन में गांठ पड़ गई. केके पाठक के रवैया से राजद खेमे में नाराजगी है. राजद की ओर से तमाम नेताओं ने हल्ला बोल दिया. पहले लालू के करीबी और विधान पार्षद सुनील सिंह ने अपने तल्ख तेवर दिखलाए तो तेजस्वी यादव के करीबी और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने भी केके पाठक के खिलाफ नियम का हवाला देते हुए हमला बोला. राजद नेता भाई विरेंद्र ने भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया. विवाद गहराने के बाद मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करना पड़ा शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह और अपर मुख्य सचिव केके पाठक मुख्यमंत्री के यहां तलब किए गए. नीतीश कुमार ने बीच बचाव किया और विवाद को कम करने की कोशिश की.