Live Video: नीचे कब्र में तड़प-तड़प कर मर गया धीरज, ऊपर कमर लचकाते रहे 'लौंडे'
शेखपुराः 'सर्कस वाला हूं, सिर्फ आंखों को नहीं, मौत को भी धोखा देता हूं.' यह डायलॉग आपने फिल्मों में सुने होंगे. यही लाइनें शेखपुरा (Sheikhpura) का 18 वर्षीय धीरज रविदास भी दोहराता था. जब भी वह साइकिल से करतब करता, यही लाइनें दोहराता. लेकिन किसे पता था कि अंधविश्वास (blind faith) की आड़ में मौत उसे धोखा दे जाएगी. करतब दिखाने के नाम पर वह 24 घंटों के लिए मिट्टी में जिंदा दफन हो गया. उसके साथियों ने दावा किया कि तंत्र-मंत्र, जादू-टोना से 24 घंटे बाद भी वो जिंदा निकलेगा. लेकिन ऐसा हो ना सका.