मधेपुरा: जिले में अब तक सरकारी स्तर धान खरीदारी शुरू नहीं होने के कारण किसान परेशान हैं. स्थिति यह है कि ओने-पोने दाम परकिसान धान बेच रहे हैं. क्रय केंद्रों पर 1865 रुपये प्रति क्विंटल क्व्टिंजल की दर से कीमत मिलती है लेकिन मजबूरी में किसान 8 सौ रुपये प्रति क्विंटल धान बेच रहे हैं.
किसानों की मजबूरी
मधेपुरा सहित कोसी के इलाकों में धान की खेती हुई है. 95 प्रतिशत लोग खेती पर आश्रित रहते हैं. खासकर अपनी मुख्य फसल धान बेचकर ही बच्चों की पढ़ाई और अन्य रोजमर्रा का काम करते हैं. सरकारी स्तर और पैक्स के माध्यम से अब तक जिले में धान खरीद का कार्य शुरू नहीं किया है.
धान खरीद की मांग की - राजद विधायक
पीड़ित किसान उमेश प्रसाद, सुरेंद्र यादव, योगेंद्र मेहता बताते हैं कि स्थानीय व्यापारी कम कीमत पर धान लेते हैं और समय पर पैसा भी नहीं देते हैं. फिर भी लाचारी में उन्हीं के हाथों धान बेचना पड़ता है. मजबूरी में दूसरा कोई साधन भी नहीं है. वहीं मधेपुरा सदर के राजद विधायक सह बिहार सरकार के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर ने पैक्स के माध्यम से धान खरीद करने की मांग को लेकर उग्र आंदोलन की घोषणा की है.